ईचागढ़/ आदित्यपुर: मुख्यमंत्री ने शनिवार को अवैध माइनिंग को लेकर सभी जिलाधिकारियों को सख्ती बरतने का निर्देश दिया है. बावजूद इसके सरायकेला- खरसावां जिला में बालू माफिया सक्रिय हैं. उन्हें किसी की परवाह नहीं है. रविवार को ईचागढ़ थाना क्षेत्र से थाना प्रभारी दिनेश ठाकुर ने तीन अवैध बालू लदे ट्रैक्टरों को जप्त किया. जिससे साफ हो गया है कि बालू माफियाओं को किसी की परवाह नहीं है. वैसे थाना प्रभारी ने खनन विभाग और अंचलाधिकारी को इसकी सूचना दे दी है.
समाचार लिखे जाने तक विभागीय स्तर पर कार्रवाई नहीं हुई है. बता दें कि शनिवार को तिरुलडीह थाने की पुलिस ने भी तीन अवैध बालू लदे ट्रैक्टर जप्त किए हैं. वैसे खनन विभाग कबतक कार्रवाई करती है यह देखना दिलचस्प होगा. क्योंकि पिछले दिनों खनन पदाधिकारी पर पकड़े गए बालू के ख़िलाफ़ कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए एसडीओ ने जिले के उपायुक्त से शिकायत की है, जिसकी जांच चल रही है. एसडीओ ने खनन पदाधिकारी पर बालू माफियाओं से सांठगांठ का आरोप लगाया है.
देखें ईचागढ़ थाने में जप्त ट्रैक्टर video
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बताया जा रहा है कि तीनों अवैध बालू लदा ट्रैक्टर तिरूलडीह थाना क्षेत्र के सपादा घाट से कारकीडीह पुल होकर चौका की ओर जा रहा था. जहां पुलिस गश्ती के दौरान तीनों बालू लदे ट्रैक्टरों को जप्त किया गया. इतना ही नहीं तिरूलडीह- बामनडीह के बीच बने पुल पर भी बालू माफियाओं की गिद्ध दृष्टि है. जिससे पुल कभी भी क्षतिग्रस्त हो सकता है. आपको बता दें कि तिरूलडीह पुल के नीचे से ही ट्रैक्टर से बालू का उठाव किया जाता है. पुल के नीचे से बालू का उत्खनन होने से कभी भी पुल धंस सकता है. वैसे थाना प्रभारी दिनेश ठाकुर ने बताया कि तीन ट्रैक्टर को ईचागढ़ के पास से जप्त कर आगे कार्रवाई के लिए खनन विभाग को पत्राचार किया गया है. उन्होंने कहा कि अवैध बालू के खिलाफ धर पकड़ अभियान जारी रहेगा.
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दिनेश ठाकुर (थाना प्रभारी- ईचागढ़)
इधर आदित्यपुर थाना क्षेत्र के टाटा- कांड्रा मार्ग पर टीचर्स ट्रेनिंग मोड़ के समीप रविवार को ट्रैक्टरों पर दिन के उजाले में बालू परिवहन करते देखा गया. अब सवाल यह उठता है कि आखिर बालू माफियाओं को किसी का भय क्यों नहीं है ?
देखें टाटा कांड्रा मार्ग पर दौड़ती बालू लदे ट्रैक्टर
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