सरायकेला: भीषण गर्मी के साथ जिले में लू का कहर जारी है. सरायकेला में शनिवार को अधिकतम तापमान बढ़कर 41 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया. जिससे आम जनजीवन पूरी तरह अस्त- व्यस्त रहा. दिन के 11:00 बजते ही सड़कों सहित मुख्य बाजार में सन्नाटा पसरने लगा.
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लोगों की आवाजाही एवं वाहनों का परिचालन भी कम रहा. इस दौरान जिले भर में 3 स्कूली बच्चे लू की चपेट में आकर बेहोश हो गए. जिसमें मध्य विद्यालय बुरुहातु ईचागढ़ में 2 छात्र वर्ग दो का अमित प्रमाणिक और वर्ग 4 का कुलदीप प्रमाणिक उपस्थिति के समय ही डेस्क पर गिर पड़े और बेहोश हो गए. उक्त जानकारी देते हुए अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के देवेंद्र नाथ साव ने बताया कि नजर पड़ते ही शिक्षक दुलाराम बास्के बच्चों को गोद में उठाकर ऑफिस ले आए. जहां उनके माता- पिता को बुलाकर 2 शिक्षकों की देखरेख में घर भेज दिया गया. घर के उपचार में एक बच्चा कुलदीप प्रमाणिक कुछ देर के बाद ठीक हो गया, जबकि दूसरा बच्चा अमित प्रमाणिक को बेहोशी की हालत में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र इचागढ़ में भर्ती कराया गया.
विद्यालय के 2 शिक्षक दुलाराम बास्के और सोनाराम माझी साथ में रहे. इसकी सूचना ईचागढ़ प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी संजय जोशी को देते हुए कक्षाएं स्थगित कर दी गई.
इसी प्रकार राजनगर के हेंसल स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय के कक्षा 4 की एक छात्रा भीषण गर्मी के कारण क्लास में ही बेहोश हो गई.
इसी दौरान राजनगर प्रखंड के नव प्राथमिक विद्यालय लखीपोष के सहायक अध्यापक बहादुर हांसदा की बीते बुधवार को ही मौत के पीछे लू लगने की संभावना जताई जा रही है. परिजनों द्वारा बताया जा रहा है कि बहादुर हांसदा बीते बुधवार को विद्यालय संचालन के पश्चात प्रतिवेदन जमा करने प्रखंड संसाधन केंद्र राजनगर गए थे. वहां से घर लौटने के पश्चात असहज की स्थिति बताते हुए आराम करने लगे. उसी रात उनका देहांत हो गया था.
उक्त घटनाओं को लेकर अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक दत्ता बताते हैं कि आग उगलती और चिलचिलाती धूप में अपराहन 1:00 बजे तक विद्यालय संचालन का विभागीय आदेश पूर्णत: संवेदनहीन और अविवेकपूर्ण निर्णय है. प्रतिदिन बड़ी संख्या में शिक्षक और बच्चे लू की चपेट में आकर बीमार हो रहे हैं. बच्चों के स्वास्थ्य हित में उपायुक्त से विद्यालय समयावधि पर समुचित हस्तक्षेप के साथ- साथ पंचायत एवं प्रखंड स्वास्थ्य केंद्र को एंबुलेंस सहित उचित संसाधनों के साथ गतिशील रखने की उन्होंने मांग की है.
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