RAJNAGAR सरायकेला जिले के राजनगर प्रखंड के गोलों कुटुंग और आसपास के गांवों करीब 62 ग्रामीण दुर्गा अष्टमी एवं नवमी के दिन फ़ूड पॉइजनिंग के शिकार हो गए थे. जिसके बाद सभी मरीजों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजनगर में भर्ती कराया गया था. मंगलवार को सभी फूड प्वाइजनिंग के शिकार मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौट गए. इस दौरान फ़ूड पॉइजन से ग्रसित मरीजों का इलाज करने में सबसे ज्यादा भूमिका राजनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ जगन्नाथ हेंब्रम, डॉ मनीष देमता, डॉक्टर दीपशिखा मींज, जीएनएम सुनीता बेंगरा, एएनएम जय श्री तिग्गा, संगीता मुंडारी शिवानी बोईपाई, ललिता लकड़ा, सावित्री उग्रसांडी, प्रमिला सिन्हा, पूनम तिग्गा, पदमा मुंडा, जंत्री मुंडारी, दीप शिखा जमुदा, जास्मि बास्के,संगीता मार्डी, चित्ता मुर्मु आदि का खासा प्रयास रहा. जिन्होंने आपात कालीन सेवा प्रदान कर अपने कर्तव्यों का निर्वाहन किया, और सभी फ़ूड पॉइजनिंग से ग्रसित मरीजों के इलाज में दिन-रात जुटे रहे, और मंगलवार की सुबह तक सभी फूड पॉइजनिंग से ग्रसित मरीजों को स्वस्थ्य कर वापस अपना घर भेज दिया. वहीं राजनगर प्रखंड क्षेत्र की जनता भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सभी डॉक्टरों, नर्सों एवं सफाई कर्मियों का आभार व्यक्त कर रहे है.
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