कांड्रा (विपिन वार्ष्णेय) सरायकेला जिले के विभिन्न गांवों में गुरुवार को गोरु- खूंटान उत्सव का आयोजन किया गया. इसमें पारंपरिक ढोल, मांदर व नगाड़े की थाप पर लोग जमकर थिरके.
इस उत्सव में गोधन की पूजा की जाती है. इस मौके पर तीन दिनों तक गोधन (बैल एवं भैंसा) को प्यार से खिलाया- पिलाया जाता है. मवेशियों को नहला- धुला कर उसके शरीर को विभिन्न रंगों से सजाया जाता है तथा सीगों पर महुआ तेल लगाया जाता है. अंतिम दिन अड़ियल गोधन को एक मजबूत खूंटा से बांधा जाता है और उसे गाजे- बाजे के साथ क्रोधित किया जाता है. गुरुवार को भोलाडीह, पानारोल, सिंदरी में उत्साह का माहौल रहा. कांड्रा मध्यबस्ती में आयोजित उत्सव में विजय कुमार महतो, संजय महतो, राजकिशोर महतो, अजीत महतो, राधे महतो, आकाश महतो, चंदन दास, सुमित महतो, शक्ति दास, भीम महतो, अभिषेक मोदक, अंकित महतो, गिरीश महतो, शंकर महतो, शंभू दा के साथ साथ सैकड़ों ग्रामवासी मोजूद रहे.