सरायकेला: एसपी की कमान संभालने के महज कुछ महीनों के भीतर दो- दो स्वर्ण व्यवसायियों से लूट की घटना के बाद सरायकेला एसपी डॉ विमल कुमार की कार्यशैली कटघरे में है. बता दें कि एसपी का कार्यभार संभालते ही बीते 6 अगस्त को आदित्यपुर के गम्हरिया लाल बिल्डिंग चौक स्थित ईश्वरलाल ज्वेलरी में दिनदहाड़े हथियारबंद नकाबपोश अपराधियों ने धावा बोलकर नगदी और जेवरात की लूट की घटना को अंजाम दिया था.
इसका उद्भेदन 21 अगस्त को पुलिस ने किया था. इसमें बिहार के अपराधियों की गिरफ्तारी हुई थी, हालांकि जेवरात की बरामदगी नहीं हुई थी. एसपी ने दावा किया था कि अपराधियों को रिमांड पर लेकर जेवरात के संबंध में पूछताछ की जाएगी. करीब तीन महीने बीत चुके हैं अबतक पुलिस लूटे गए गहनों का पता लगाने में नाकामयाब रही है.
देखें घटना के वक्त की सीसीटीवी फुटेज
इस बीच मंगलवार की रात करीब 8:00 बजे के आसपास बेखौफ अपराधियों ने सरायकेला थाना अंतर्गत सरायकेला मुख्य बाजार से दुकान बंद कर अपने घर लौट रहे स्वर्ण व्यवसायी अरुण कुमार राणा से गहनों से भरा बैग लूटकर चलते बने. बतौर राणा बैग में करीब 7 से 8 लाख के सोने- चांदी के आभूषण थे. उन्होंने बताया कि हर दिन वे दुकान बंद कर गहने अपने साथ लेकर घर चले आते थे. उनकी दुकान से घर की दूरी महज सौ- दो सौ मीटर की दूरी पर है. उन्होंने बताया कि घटना के वक्त दो बाईक पर सवार चार अपराधी मौके पर मौजूद थे. जैसे ही घर के पास पहुंचे एक बाइक सवार दो अपराधी वहां पहुंचे और उन्हें धक्के मारकर गिरा दिया और गहनों से भरा बैग लेकर भाग निकले. जबतक शोर मचाया अपराधी आंखों से ओझल हो चुके थे. सूचना पर पहुंची पुलिस पूरी रात अपराधियों का सुराग लगाने में जुटी रही.
घटना की एक सीसीटीवी फुटेज हमारे हाथ लगे हैं जिसमें अपराधियों की चहल कदमी देखी जा सकती है. हालांकि कुछ सीसीटीवी के डीवीआर पुलिस अपने साथ ले गई है. फिलहाल पुलिस के हाथ खाली हैं. सवाल यह उठता है कि कब तक स्वर्ण व्यवसायी खुद को असुरक्षित महसूस करते रहेंगे. वैसे एसपी ने जिले की कमान संभालने के बाद सबसे पहले सरायकेला के थानेदार को हटाकर अर्जुन उरांव को थानेदारी सौंपी थी. उनके कंधे पर सरायकेला के एसपीओ को गिरफ्तार करने की जवाबदेही सौंपी थी. एसपीओ आजतक गिरफ्तार नहीं हुआ है. इस बीच स्वर्ण व्यवसायी से बीच बाजार में लूट ने अर्जुन उरांव के साथ एसपी के निर्णय पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं.
अब इसको लेकर चेंबर ने भी सवाल उठाए हैं. बुधवार को चेंबर के प्रतिनिधियों ने एसपी से मुलाकात कर व्यवसायियों को सुरक्षा प्रदान करने की मांग उठाई है. फिलहाल यही कह सकते हैं कि सरायकेला के अर्जुन का निशाना लक्ष्य से भटक गया है. उसे किसी बड़े द्रोणाचार्य की जरूरत है.
बाईट
अरुण कुमार राणा (पीड़ित स्वर्ण व्यवसायी)