सरायकेला/ Rasbihari Mandal वर्तमान समय में समूची धरती पर्यावरणीय बदलाव के भीषण संकट से जूझ रही है. दिनों- दिन बढ़ते तापमान व बारिश की कमी से जनजीवन खतरे में है. अब बिना देर किए हम सभी को पर्यावरण के संरक्षण के लिए योगदान देने की आवश्यकता है. सामाजिक संस्था ग्रीन पेंसिल फाउंडेशन व निश्चय फाउंडेशन से जुड़े सरायकेला एवं गम्हारिया के स्वयंसेवी आकाश महतो, प्रकाश बास्के, इंद्रजीत महतो, सहदेव महतो, प्रवीर दास, प्रकाश मार्डी, सूरज मंडल, सुनील लयांगी के दल ने अपने ओडिसा यात्रा के दौरान पर्यटन स्थलों पर लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने हेतु चिल्का झील, पूरी समुद्र बीच व कोणार्क समुद्र बीच पर “पॉल्यूशन से आजादी” जागरूकता अभियान चलाया.
स्वयंसेवकों ने बताया कि “शैक्षणिक भ्रमण के दौरान जब वह चिल्का झील पहुंचे, तब उन्होंने देखा कि प्राकृतिक जल स्त्रोतों को स्वच्छ बनाए रखना बेहद जरूरी है, लेकिन हम पर्यटक इसका ध्यान नहीं रखते इससे जल स्त्रोतों के साथ- साथ जलीय जीवन भी प्रभावित होता है. फिर हमने स्थानीय लोगों की सहायता से पर्यटकों से पर्यावरण व जल स्त्रोतों को स्वच्छ बनाए रखने के मुद्दे पर बातचीत कर जागरूकता फैलाने का निर्णय लिया.
प्राकृतिक विविधता से भरे विश्व प्रसिद्ध चिल्का झील, पूरी समुद्र बीच व कोणार्क समुद्र बीच पर तीन दिन तक चले जागरूकता अभियान के दौरान संस्थान से जुड़े स्वयंसेवकों ने सैकड़ों लोगों से बातचीत की. ग्रीन पेंसिल फाउंडेशन के संस्थापक सैंडी खांडा व निश्चय फाउंडेशन के संस्थापक तरुण कुमार ने बताया कि “पर्यावरण बदलाव वर्तमान समय में दुनिया के सबसे प्रमुख मुद्दों में से एक है. आधुनिक होते जीवनशैली में हम ना केवल धरती बल्कि समुद्र को भी प्रदूषित कर रहे है. हमें तेजी से फैलते प्रदूषण पर रोक लगाना होगा. इसके लिए युवाओं व लोगों के स्वयंसेवी प्रयास अहम है. फाउंडेशन से जुड़े युवा स्वयंसेवियों के ओडिसा प्रवास के दौरान पर्यावरण संरक्षण को लेकर किया गया प्रयास बेहद ही उत्साहवर्धक है. यह प्रयास युवाओं के सकारात्मक कार्यों के प्रति आशा जागता है. ओडिसा स्थित चिल्का झील, पूरी समुद्र बीच व कोणार्क समुद्र बीच पर तीन दिन तक चले जागरूकता अभियान का नेतृत्व ग्रीन पेंसिल फाउंडेशन के झारखंड प्रमुख आकाश महतो ने किया.