सरायकेला Pramod Singh 76 वें स्वाधीनता दिवस के मौके पर सरायकेला- खरसावां जिला मुख्यालय स्थित भगवान बिरसा मुंडा स्टेडियम में मुख्य कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें राज्य के आदिवासी कल्याण सह परिवहन मंत्री चंपई सोरेन बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए और तिरंगे की सलामी ली.
उनकी अगवानी उपायुक्त अरवा राजकमल ने की. इस दौरान मंत्री ने परेड का निरीक्षण किया. इस दौरान एसपी आनंद प्रकाश मौजूद रहे.
वही अपने संबोधन में मंत्री चंपई सोरेन ने राज्य के लोगों को 76 वें स्वाधीनता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए राज्य के विकास का खाका जनता के समक्ष रखा. सबसे पहले मंत्री चंपई सोरेन ने देश की स्वाधीनता में अपने प्राणों की आहुति देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों और झारखंड के शहीदों को नमन किया और कहा उन्हीं के बलिदान और संघर्ष के कारण आज देश के साथ तमाम झारखंड वासी खुले में सांस ले रहे हैं, और आजादी का 75 वां अमृत महोत्सव मना रहे हैं.
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राज्य सरकार के उपलब्धियों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा झारखंड अलग राज्य गठन होने के बाद से राज्य का अपेक्षित विकास नहीं हो सका है. खनिज संपदा से परिपूर्ण होने के बाद भी झारखंड राज्य अब तक उस स्वरूप को हासिल नहीं कर सका है, जिसकी कल्पना की गई थी. अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग अल्पसंख्यक समुदाय के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है, मगर पिछली सरकारों के उदासीन रवैया के कारण उन तक योजनाएं नहीं पहुंच सकी, मगर वर्तमान सरकार युवा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में उन योजनाओं को समाज में अंतिम व्यक्ति तक बैठे लोगों को पहुंचाने के प्रति कृत संकल्पित है. राज्य तभी तरक्की करेगा जब यहां के किसानों के खेतों तक साल भर 24 घंटे पानी पहुंचेगा. इसके लिए सरकार पाइप लाइन के जरिए हर क्षेत्र में पानी पहुंचाने का काम कर रही है. इचा- खरकाई डैम को लेकर मंत्री ने कहा, कि उसके लिए नई योजना तैयार हो रही है. एक भी गांव अब डूबेगा नहीं, बल्कि पाइपलाइन के जरिए वहां के किसानों के खेतों में पानी पहुंचाने की योजना तैयार हुई है. इसी तरह का प्रयोग गांजिया में किया जा रहा है जो शुरू हो चुका है. सरकार ने तय किया है कि ईचा- खरकई प्रभावित 150 गांव के लोगों को डूबने नहीं दिया जाएगा. इससे करीब 20000 हेक्टेयर जमीन पर पाइप लाइन के जरिए पानी पहुंचाने का काम किया जाएगा, ताकि वहां के किसान खुशहाल हो सके. उन्होंने कहा कि राज्य की भौगोलिक दशा सही नहीं होने के कारण हर खेतों तक पानी पहुंचाने की योजना साकार नहीं हो सकी मगर वर्तमान सरकार इस दिशा में प्रयत्नशील है. कोल्हान के तीनों जिलों के किसानों के खेतों तक पाइप लाइन के जरिए सालों भर पानी पहुंचाने की योजना शुरू कर दी गई है. उन्होंने कहा कि जिस दिन किसान के खेतों पर सालों भर पानी पहुंचने लगेगा राज्य उसी दिन से परिवर्तन का असर दिखने लगेगा.
उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार सभी ज्वलंत मुद्दों पर सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि वर्तमान हेमंत सोरेन सरकार के सोच का ही परिणाम है, कि आज यहां के उद्योगों में 75 फ़ीसदी स्थानीय युवाओं को रोजगार दिया जा रहा है. राज्य सरकार ने नई खेल नीति बनाई है, जिससे यहां के खिलाड़ियों और प्रतिभाओं को सीधी नियुक्ति दी जा रही है. सरायकेला- खरसावां जिला के संबंध में मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि पहले यहां के लोगों को आकस्मिक चिकित्सा के लिए दूसरे जिलों पर निर्भर रहना पड़ता था, मगर सरकार और जिला प्रशासन के सहयोग से आईसीयू बेड युक्त अस्पताल का निर्माण हो चुका है. जल्द ही 100 बेड के अस्पताल का निर्माण कार्य शुरू होने वाला है. इसके अलावा सोशोडीह और कुचाई प्रखंड में मेसो अस्पताल का निर्माण कार्य किया जा रहा है. कोरोना महामारी के दौर को याद करते हुए मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि युवा मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य की जनता को वैश्विक त्रासदी से निजात दिलाया गया. कोरोना संक्रमण के दौर में जिला प्रशासन द्वारा किए गए कार्यों की मंत्री ने सराहना की. उन्होंने कहा 2 साल काफी त्रासदी भरा था मगर अब धीरे- धीरे उससे उबर रहे हैं, और राज्य को विकास की पटरी पर रास्ते पर लाने का काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य में ऐसी सरकार है जहां की जनता सरकार के पास नहीं, सरकार जनता के पास पहुंच रही है. आपके अधिकार- आपकी सरकार- आपके द्वार कार्यक्रम के तहत समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने का काम किया गया. जिसका सुखद परिणाम देखने को मिला. जिले में कुल 1.14 लाख आवेदन प्राप्त हुए, इनमें से 1.11 लाख आवेदनों का निस्तारण कर दिया गया. अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने का इससे अच्छा योजना और कोई दूसरा नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा जनजातीय उत्थान के लिए उनके विभाग की ओर से कई योजनाएं चलाई जा रही है. 50 हजार से लेकर 25 लाख तक रोजगारोन्मुखी लोन उपलब्ध कराया जा रहा है. इसमें 40% सब्सिडी दी जा रही है. उन्होंने कहा वर्तमान सरकार झारखंड आंदोलनकारियों का अधिकार दिलाने का काम कर रही है. आंदोलनकारियों को चिन्हित कर उनके आश्रितों को नौकरी और पेंशन देने का काम किया जा रहा है. सामाजिक समरसता बनी रहे इसके लिए धार्मिक स्थलों का सौंदर्यीकरण कराया जा रहा है. मानकी- मुंडा, माझी- परगना- महाल जैसे स्वायत्तशासी शासन व्यवस्था लागू करने को लेकर सरकार कृत संकल्पित है. इसके तहत गांव- गांव मानकी- मुंडा, माझी- परगना महाल हाउस निर्माण कार्य कराया जा रहा है. ताकि भाषा संस्कृति और सामाजिक समरसता बनी रहे. उन्होंने कहा कि राज्य में धन की नहीं, नियत की कमी है. दृढ़ संकल्प के साथ यदि काम किया जाए तो यह राज्य देश के अग्रिम पंक्ति का राज्य बन सकता है. इन्हीं सोच के साथ वर्तमान सरकार कार्य कर रही है.
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मंत्री चंपई सोरेन
उन्होंने कहा झारखंड राज्य का पहला राज्य है, जहां वृद्धा पेंशन के लिए कोई सीमा नहीं. हर सक्षम व्यक्ति को इसका लाभ दिया जा रहा है. यह सब तभी संभव हो सका, जब राज्य के युवा मुख्यमंत्री ने संकल्प लिया. पेट्रोल पर सब्सिडी देने वाला राज्य झारखंड बना. उन्होंने कहा आज संकल्प लेने का दिन है. हम सभी झारखंड वासियों को मिलकर संकल्प लेना होगा, कि कैसे अपने राज्य को देश की अग्रिम पंक्ति का राज्य बनाना है. जात- पात, ऊंच- नीच, बाहरी- भीतरी का भेद भूल एक झारखंड, श्रेष्ठ झारखंड, उन्नत झारखंड का सपना देखना होगा, तभी हम इस में सफल हो सकेंगे.
सोना, यूरेनियम, आयरन- ओर, कोयला, अभ्रक, सारंडा वन क्षेत्र, उद्योग का जाल बिछा होने के बाद भी हमारा झारखंड पिछड़ा हुआ है. इसके लिए एक होकर युवा मुख्यमंत्री का साथ देना होगा, तभी अलग झारखंड राज्य की सार्थकता सिद्ध होगी. अंत में उन्होंने फिर से स्वतंत्रता सेनानियों और झारखंड आंदोलनकारियों के शहादत को नमन करते हुए अपना संबोधन समाप्त किया.
कार्यक्रम के अंत में मंत्री चंपई सोरेन ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. वहीं कई विभागों के अनुकंपा आश्रितों को नियुक्ति पत्र भी सौंपा.