कुकड़ू: झारखंड प्रदेश के आज भी ज्यादातर विद्यालय शिक्षकों के अभाव से ग्रसित हैं. सरकार की उदासीन रवैये से 181 बच्चों पर एक शिक्षक के भरोसे विद्यालय का संचालन हो रहा है. जी हां सरायकेला- खरसवां जिला के कुकड़ू प्रखंड क्षेत्र के एक विद्यालय में एक शिक्षक के भरोसे 181 बच्चों का भविष्य टिका है. बता दें कि राजकीय मध्य विद्यालय सिरूम में एक शिक्षक के भरोसे 181 बच्चे अध्ययनरत है. उक्त विद्यालय मे वर्ग एक से वर्ग आठवीं तक की पढाई होती है. अभी कोरोना गाइडलाइन के चलते वर्ग छ: से आठवीं कक्षा तक ही पढ़ाई हो रही है. जिस दिन एकल शिक्षक परेश कुमार सीट कार्यालय कार्य से प्रखंड या जिला जाते हैं, उस दिन मध्यान्ह भोजन बनाने वाले रसोइया के भरोसे बच्चे विद्यालय मे समय काटते हैं.
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वहीं समाजसेवी सुनील महतो ने बताया कि इस क्षेत्र का यह सबसे पुराना विद्यालय है. उन्होंने बताया कि एक से आठवीं कक्षा तक की पढ़ाई एक शिक्षक के भरोसे हो रहा है. उन्होंने शिक्षा विभाग से अविलंब शिक्षकों के पदस्थान की मांग की. श्री महतो ने कहा आखिर आठ- आठ कक्षाओं के बच्चों को एक शिक्षक क्या पढ़ाएंगे, और बच्चे क्या सीखेंगे. उन्होंने राज्य सरकार पर सीधे- सीधे बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया. उन्होंने बताया कि जो शिक्षक है वो दिसम्बर में ही सेवानिवृत्त होने वाले हैं. ऐसे मे बच्चों के भविष्य का क्या होगा ?
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सुनील महतो (सामाजिक कार्यकर्ता)
वहीं शिक्षक परेश कुमार सीट ने बताया कि छ: से आठवीं कक्षा तक अभी पढाई हो रहा है. सभी बच्चों को अकेले ही संभालना पड़ता है.
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परेश कुमार सीट (शिक्षक- राजकियकृत मध्य विद्यालय सिरूम)
कुकड़ू से विद्युत की रिपोर्ट