सरायकेला: शिक्षको के लिए बायोमैट्रिक उपस्थिति अनिवार्य कर दिया गया है. बायोमैट्रिक एटेंडेस समय पर नही बनाने वाले शिक्षको पर विभागीय कारवाई भी शुरु कर दिया गया है. बताया गया की पूर्वाह्न 8 बजे तक हर हाल में बायोमैट्रिक एटेंडेस बनाना है, इसको लेकर बार- बार दिशा- निर्देश जारी करने के बाद भी कई शिक्षक लेट लतीफी कर रहे हैं और समय का ध्यान नही रख रहे है. ऐसे बायोमेट्रिक ऐटेंडेस लेट बनाने वाले प्रखंड के 33 शिक्षको पर विभागीय कारवाई की गयी है. इसके तहत तीन दिन के लेट पर शिक्षको के एक दिन का सीएल समायोजन किया गया है. इन शिक्षको की सूची में ऐसे भी शिक्षक है जिनका छह सीएल समायोजन किया गया है, यानि वैसे शिक्षक महीना में 18 दिन लेट पर पहुंचे है, जबकि छुट्टी मिलाकर शिक्षक को मुश्किल से महीना में 22 से 23 दिन स्कूल जाना पड़ता है उनमे भी 18 दिन लेट. इस संबंध में जानकारी देते हुए सरायकेला के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी दिलीप कुमार ने ऐसे सभी 33 शिक्षको को समायोजित आकस्मिक अवकाश का आकस्मिक अवकाश पंजी में संधारण करने का निर्देश दिया है. बीईईओ ने बताया मवि भद्रुडीह के देवाशीष पति का 3, राकमवि सरायकेला के रंजु षाडंगी के 6, प्रावि स्वादा मिरगी जयदेव चंद्र त्रिपाठी के 3, प्रावि जोजो सावित्री देवी के 5, प्रावि महुलडीहा के राजीव रंजन सिंह के 4, प्रावि डुमरडीहा के नीतू महतो के 3, उमवि बेरगाडीह के मृत्युंजय कर के 5, उमवि लकड़बाद के रुपेश आचार्य के 3, उमवि गांधी चौक सीनी के सविता ओडेया के 4, उमवि कमलपुर के सुषमा सिंकू के 2, उमवि पांड्रा के डोली ठाकुर के 2, बालक मवि सरायकेला के गंगाराम तियू के 3, मवि हुदू के मनोज वर्मा के 2 व मवि तितिरबिला के लालमोहन हेम्ब्रम के 2 आकस्मिक अवकाश का समायोजन किया गया है. इसके अलावे 29 शिक्षको का एक दिन का सीएल समायोजन किया गया है.


