सरायकेला: सोमवार को महाषष्ठी के अवसर पर बेलवरण पूजा के साथ क्षेत्र के मां दुर्गा पूजा मंडप और पूजा पंडालों के पट भक्तों के लिए खोल दिए गए. इस अवसर पर मंत्रोच्चार के बीच मां दुर्गा का आह्वान करते हुए महाषष्ठी की बेलवरण पूजा की गई. मौके पर माता के भक्तों ने पूजा पंडालों में और मंडप में पहुंचकर मां दुर्गा के छठे स्वरूप मां कात्यायनी की पूजा अर्चना की. वहीं सरायकेला के ऐतिहासिक राजपरिवार में कल महासप्तमी पर खंडाधुआ पूजा का आयोजन होगा. सरायकेला राजपरिवार द्वारा महासप्तमी पूजा के अवसर पर खंडाधुआ पूजा परंपरा है. इसके तहत महासप्तमी के दिन राज पैलेस स्थित शस्त्रागार को खोल दिया जाता है. राज परिवार के सभी सदस्य शस्त्रागार पहुंचकर शस्त्र धारण करेंगे. सरायकेला राजा प्रताप आदित्य सिंहदेव के नेतृत्व में राज परिवार के सभी सदस्य हाथों में शस्त्र लेकर माजना घाट पहुंचेंगे. जहां शस्त्रों की विधि- विधान के साथ खरकई नदी के जल में धुलाई की जाएगी. इसके बाद पुजारी द्वारा शस्त्रों की पूजा की जाएगी. इसके बाद एक बार फिर से सभी राज परिवार के सदस्य शस्त्र धारण कर गाजे- बाजे के साथ पैदल चलते हुए श्री श्री पब्लिक दुर्गा पूजा मंडप पहुंचेंगे. जहां सरायकेला राजा की अगुआई में पूजा अर्चना करते हुए राज परिवार के सभी सदस्य मां दुर्गा के चरणों में शस्त्र समर्पित कर देंगे. वहीं राज परिवार के सदस्यों द्वारा मां दुर्गा के चरणों में समर्पित किए गए शस्त्र विजयादशमी को अपराजिता पूजन के पश्चात ही उठाया जाएगा.
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