सरायकेला: महाष्टमी के मौके पर बुधवार को शक्ति की देवी मां दुर्गा की पूजा-अर्चना को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी.
नवरात्र में महाष्टमी का विशेष महत्व होता है. आज के दिन सभी लोग अपने घरों में मां की आराधना करते हैं.
महाष्टमी पर तंत्र-मंत्र करने वाले तात्रिक भी अपनी सिद्धी करते हैं. कला नगरी सरायकेला में शनिवार को पंडाल व मंदिरों में दुर्गा मां की महाअष्टमी पूजा में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. सरायकेला में साढ़े तीन सौ वर्षो से राजा व महाराजाओं द्वारा आयोजित होने वाली दुर्गा पूजा अब नगरवासी जनसहयोग से आयोजित कर इस धरोहर का संवर्धन कर रहे हैं. सरायकेला में मुख्य रुप से पब्लिक दुर्गा मंदिर में विगत 359 वर्षो से तांत्रिक मत से दुर्गा पूजा का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें भेड़- बकरे के अलावे भैंसा की पूजा की जाती है. यहां पूजा-अर्चना के लिए सबसे अधिक भीड़ रहती है. प्रतिवर्ष की भांति पब्लिक दुर्गा पूजा कमेटी के तत्वावधान में सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ भव्य रुप से दुर्गा पूजा का आयोजन किया गया है. बुधवार को यहां महाअष्टमी की पूजा आयोजित की गई. इस मौके पर यहां माता का दर्शन व पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी और बारी- बारी से श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा की पूजा-अर्चना कर मंगल कामना की. महाअष्टमी के दिन यहां श्रद्धालुओं ने मंगलदीप प्रज्वलित कर माता से सुख-शांति एवं समृद्धि का आशीर्वाद लिया. बुधवार को सभी पूजा पंडाल व मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी जो दिन भर रही. सरकारी दुर्गा मंदिर में पूजा-अर्चना को लेकर श्रद्धालुओं काफी भीड़ रही. शाम को भी पूजा पंडालों में लोगों की काफी भीड़ रही.