सरायकेला Report By Pramod Singh जिला शिक्षा अधीक्षक कैलाश मिश्रा ने गुरुवार को सरायकेला प्रखंड के चार विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण किए गए विद्यालयों में प्रावि धोबाडिह, उमवि पांपडा, प्रावि हाथीमांडा एवं उमवि कुली शामिल है.
निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि संकुल साधन सेवी संचिता महतो द्वारा पिछले पांच माह से विद्यालयों का अनुश्रवण नहीं किया गया है. डीएसई ने सीआरपी संचिता महतो का मानदेय स्थगित करते हुए स्पष्टीकरण मांगा है. वहीं उमवि कुली में मध्याह्न भोजन बनाने के लिए किचन शेड का उपयोग नहीं किया जाता है. मध्याह्न भोजन को विद्यालय भवन के एक कमरे में संचालित किया जाता है. साथ ही विद्यालय के प्रधानाध्यापक राजेश कुमार सिंह द्वारा मध्याह्न भोजन बनाने के लिए गैस सिलेंडर का उपयोग नहीं किया जाता है बल्कि लकड़ी पर भोजन बनवाया जाता है. डीएसई ने राजेश कुमार सिंह से इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा है.
अनुश्रवण के क्रम में प्रावि धोबडीह में भी अनियमितता पाई गई. विद्यालय में शिक्षकों द्वारा शिशु पंजी का संधारण किया गया है किंतु इसके संधारण के लिए शिक्षकों द्वारा घर- घर जाकर सर्वे नहीं किया गया है. विद्यालय में किचन शेड की मरम्मती का कार्य भी सही ढंग से नहीं किया गया और किचन डिवाइस के लिए विद्यालय को उपलब्ध कराई गई राशि से बर्तन की खरीदारी में भी अनियमितता बरती गई है.
डीएसई ने कहा कि विद्यालयों का निरीक्षण इसी प्रकार आगे भी जारी रहेगा. विद्यालय में किसी प्रकार की अनियमितता पाए जाने पर संबंधित शिक्षक के ऊपर कार्रवाई किया जाएगा. अनुश्रवण के क्रम में जिला शिक्षा अधीक्षक के साथ प्रधानमंत्री पोषण योजना के जिला प्रभारी नागेंद्र दुबे, जिला एमडीएम सेल के कंप्यूटर ऑपरेटर गौतम कुमार साहू एवं सरायकेला प्रखंड के एमडीएम प्रभारी राजाराम महतो उपस्थित थे.