सरायकेला: सरायकेला थाना अंतर्गत कालापाथर गांव में जमीन विवाद को लेकर दो परिवारों के बीच हिंसक झड़प के बाद गांव में तनाव व्याप्त है.
बीते 4 जनवरी को एक परिवार के सदस्य अपनी दंबगई दिखाते हुए पड़ोस के छह परिवार के 32 सदस्यो को मारपीट करते हुए घर से निकाल दिया और सभी कमरों में ताला लगा दिया.
इतना ही नही दुबारा घर वापस आने पर जान से मारने की धमकी तक दे डाली. दूसरे पक्ष के लोग डरे सहमे अपने बाल बच्चों के साथ सभी सरायकेला पहुंचे.
जहां नगर पंचायत के रैन बसेरा में आश्रय लिया. रैन बसेरा में नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी के निर्देश पर इन 32 लोगो के लिए 30 कंबल दिया गया और खाने- पीने की व्यवस्था की गयी.
इसके बाद परिवार के सदस्य बुधवार शाम को थाने पहुंचकर जान- माल के सुरक्षा की गुहार लगाई. मामला संज्ञान में आते ही पुलिस- प्रशासन हरकत में आई. गुरुवार को सरायकेला अंचलाधिकारी सुरेश प्रसाद सिन्हा एवं सरायकेला थाना प्रभारी मनोहर कुमार पुलिस बल के साथ कालापाथर गांव पहुंचकर दोनों पक्षों के बीच समझौता कराया और दोनों को ही जमीन विवाद के मामले में कानूनी तौर पर मामला सुलझाने के निर्देश दिए.
जमीन विवाद को लेकर आपस में लड़ाई झगड़ा एवं मारपीट नहीं करने का सख्त निर्देश दिया गया. जिसके बाद घर बदर हुए परिवार एक बार फिर अपने घरों में पहुंचे.
उधर पुलिस के साथ पहुंचे पीड़ित परिवार के सदस्यो के साथ एक बार फिर पड़ोस का परिवार उलझ गया. जिस पर पुलिस ने तीन लोगो को हिरासत में लिया है. पीड़ित परिवार को घर पहुचाने के समय मौके पर राजनगर थाना प्रभारी चंदन कुमार, सनोज चौधरी, सरायकेला के सीआई उपेन्द्र कुमार, अक्षय मंडल समेत अन्य उपस्थित थे. पीड़ित परिवार के सुरेश सोय एवं डॉक्टर सोय ने बताया, कि कालापाथर गांव के एक ही परिवार के दिनेश सोय के परिवार, पेरू सोय के परिवार, मुक्ता सोय के परिवार, बुधनी सोय के परिवार, डॉक्टर सोय के परिवार एवं पीरु सोय के परिवार के साथ बीते 4 जनवरी को दिन के तकरीबन 2:30 बजे गांव के ही पड़ोस में रहने वाले लूतू सोय, मनोज कुमार सोय, पन्डु सोय, हिंदू सोय, लुतू सोय, विक्रम सोय, सोनू सोय उर्फ नुकन सोय, रायमुनि सोय एवं दुखनी सोय सहित उसी परिवार के 10- 15 लोग घर पर आकर लाठी डंडा और धक्का-मुक्की किए, जिसमें डॉक्टर सोय की मां 65 वर्षीय मानी सोय जख्मी भी हो गई.
इसके बाद सभी 6 परिवारों को घर से खींचकर निकालते हुए घरों में ताला लगा दिया. सुरेश सोय ने बताया है, कि पुरखों के जमीन विवाद के मामले में उड़ीसा सेटलमेंट और बिहार सेटलमेंट में अलग-अलग होने और खरीदे गए जमीन पर भी तालाबंदी कर दबंगई के साथ घर बदर करने का काम किया गया है. पीड़ित परिवार को घर से बेदखल करने के बाद दूसरे गुट के लोगो ने पीड़ित परिवार के सभी छह शौचालय को तोड़ डाले. इतना ही नहीं शोचालय पर लगे दरवाजे को क्षतिग्रस्त कर दिया गया. घर के आंगन में बड़े पेड़ को काट कर गिरा दिया गया है. पीडित परिवार ने पुलिस से अब भी जान माल के सुरक्षा की गुहार लगाई है. पुलिस प्रशासन पीड़ित परिवार को अपना घर पहुंचाकर मामले का निष्पादन करने की बात कह रही है, लेकिन इस मामले में कभी भी अप्रिय घटना घट सकती है. बताया गया पीड़ित परिवार के सदस्यो को पड़ोसी के मनोज सोय व अन्य के द्वारा लगातार धमकी दी जाती रही है.