सरायकेला (प्रमोद सिंह) धनतेरस पर रविवार को दिनभर जहां बाजारों में जमकर खरीदारी हुई, वहीं शाम ढलते ही घर- प्रतिष्ठान दीपकों की रोशनी से जगमगा उठे. खुशी उल्लास के पर्व दीपोत्सव को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह रहा. धनतेरस के मौके पर रविवार को बाजार बमबम रहा, देर शाम तक हुई खरीदारी से धन की बारिश होती रही. धातु की खरीदारी पर सभी का जोर रहा.
सोने- चांदी के सिक्कों की अधिक मांग रही. व्यवसायियों के खिले चेहरे बाजार की रंगत बयान कर रहे थे.
इलेक्ट्रानिक बाजार में वाशिग मशीन, एयर कंडीशन, एलईडी टीवी, हीटर, गीजर, फ्रिज आदि की खरीदारी पर ग्राहकों का जोर रहा. वहीं इलेक्ट्रिक केतली की सबसे अधिक डिमांड रही. व्यवसायी परिवार के सभी सदस्य ग्राहकों की आवभगत में लगे रहे. सबसे अधिक भीड़ सर्राफा दुकानों पर रही. लक्ष्मी- गणेश की मूर्ति, दीया, बाती, मोमबत्ती सहित पूजा सामग्री लोगों की प्राथमिकता रही. धनतेरस के दिन चांदी खरीदने की भी प्रथा है. इसके पीछे यह कारण माना जाता है कि यह चन्द्रमा का प्रतीक है जो शीतलता प्रदान करता है और मन में संतोष रूपी धन का वास होता है. धनतेरस पर धातु की खरीदारी को सुख-समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. यही कारण है कि इस शुभ मुहूर्त में गरीब- अमीर सभी धातु की खरीदारी को तरजीह देते हैं. सरायकेला, खरसावां, राजनगर में धनतेरस मनाया गया और लोगों ने अपनी-अपनी पंसद एंव बजट के अनुसार 14 करोड़ रुपये की खरीदारी की.
देखें video
सरायकेला में सबसे अधिक दो पहिया वाहनों की खरीदारी हुई. श्रीराम होंडा के मालिक आशीष अग्रवाल ने बताया के उनके शोरुम में 253 मोटर साइकिल व स्कूटी की बिक्री हुई जबकि हीरो बाइक शोरूम मित्तल मोटर के मालिक जितेंद्र अग्रवाल ने बताया कि उनके शोरुम में 155 दोपहिया वाहन की बिक्री हुई. इधर, मां तारिणी टीवीएस शो रूम में 35, यामहा शोरूम में 3 दो पहिया वाहन, महिद्रा के 11 ट्रैक्टर, सोनालिका के 3 ट्रैक्टर समेत कुल साढ़े 15 करोड़ रुपये की वाहनों की बिक्री हुई. सोना-चांदी, बर्तन, मोबाईल एवं इलेक्ट्रानिक उपकरण की लगभग ढाई करोड़ रुपये की बिक्री हुई.
रोशनी से जगमगाई कला नगरी : धनतेरस के साथ ही पांच दिवसीय दीपोत्सव का आगाज हुआ. इसके चलते शाम ढलते ही कला नगरी रोशनी से नहाती नजर आई. घरों और प्रतिष्ठानों पर जगमगाते दीपक माहौल में उल्लास भर रहे थे.