सरायकेला: धनतेरस पर दिनभर जिले के सभी प्रमुख बाजारों में जमकर खरीदारी हुई. वहीं शाम ढलते ही घर- प्रतिष्ठान दीपक की रोशनी से जगमगा उठे. खुशी उल्लास के पर्व दीपोत्सव को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह नजर आया.
यूं कहें तो दिनभर बाजारों में धन की बारिश होती रही. धातु की खरीदारी पर सभी का जोर रहा. अधिक नहीं तो सोने- चांदी के सिक्के ही सही, लेकिन धातु की खरीदारी पर सभी की तवज्जोह रही. व्यवसायियों के खिले चेहरे बाजार की रंगत बयान कर रहे थे. इलेक्ट्रानिक बाजार में वॉशिंग मशीन, एयर कंडीशन, एलईडी टीवी, हीटर, गीजर, फ्रिज आदि की खरीदारी पर ग्राहकों का जोर रहा. व्यवसायी परिवार के सभी सदस्य ग्राहकों की आवभगत में लगे रहे. सबसे अधिक भीड़ सर्राफा दुकानों पर रही. कहीं पैर रखने की जगह नहीं दिखी. लक्ष्मी- गणेश की मूर्ति, दीया, बाती, मोमबत्ती सहित पूजा सामग्री भी लोगों की प्राथमिकता रही. धनतेरस के दिन चांदी खरीदने की भी प्रथा है, इसके पीछे यह कारण माना जाता है, कि यह चन्द्रमा का प्रतीक है जो शीतलता प्रदान करता है और मन में संतोष रूपी धन का वास होता है.
धनतेरस पर धातु की खरीदारी को सुख- समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. शास्त्रों में इसका काफी महत्व है. यही कारण है कि इस शुभ मुहूर्त में गरीब-अमीर सभी धातु की खरीदारी को तरजीह देते हैं. सरायकेला, खरसावां, राजनगर, आदित्यपुर और गम्हरिया में धनतेरस मनाया गया और लोगों ने अपनी- अपनी पंसद एंव बजट के अनुसार करीब 20 करोड़ रुपये की खरीदारी की. विदित हो कि धनतेरस के मौके पर सोना-चांदी एंव अन्य धातु की खरीददारी काफी शुभ माना जाता है.
इस मौके पर लोग सोना- चांदी के अलावे वाहन आदि धातु निर्मित उपकरण एवं बर्तन की खरीददारी करते है. पहले के दिनों में लोग केवल धातु से निर्मित बर्तन आदि की खरीदते थे, मगर अब धातु से निर्मित छोटे- बड़े वाहन तथा टीवी, फ्रीज, कंप्यूटर आदि इलेक्ट्रोनिक वस्तुओं की भी जमकर खरीददारी करने लगे है. धनतेरस के मौके पर विभिन्न कंपनियों द्वारा ग्राहकों को लुभाने के लिए आकर्षक उपहार योजना चालाते है और लोग भी उपहार के लिए वस्तुओं की खरीददारी हेतू धनतेरस का इंतजार करते है. दुकानदार ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए विभिन्न उपहार योजना के साथ धातु निर्मित बर्तन एंव अन्य वस्तुओं का स्टॉक सजाते है. धनतेरस के मौके पर सोमवार को सरायकेला में जमकर खरदारी हुई और बर्तनों की दुकानें, सोना चांदी के दुकानें, टीवी, फ्रीज, मोबाइल की दुकानें एंव दो पहिया वाहनों के शो रूम में देर शाम तक ग्राहकों की काफी भीड़ देखी गई. जहां लोग अपनी पसंद की चीजें खरीदते देखे गए. सरायकेला में सबसे अधिक दो पहिया वाहनों की खरीदारी हुई. श्रीराम होंडा के मालिक आशीष अग्रवाल ने बताया कि धनतेरस पर उनके शोरुम में 187 मोटर साईकिल व स्कूटी की बिक्री हुई, जबकि मित्तल मोटर के मालिक जितेंद्र अग्रवाल ने बताया कि धनतेरस में उनके शोरुम में 120 वाहनो की बिक्री हुई. इधर मां तारिणी टीवीएस के शो रुम में 35, रौनक मोटर्स में 42 याम्हा बाइक, 08 महिंद्रा के ट्रैक्टर, 6 सोनालिका ट्रैक्टर, समेत कुल साढ़े 10 करोड़ रुपये के वाहनों की बिक्री हुई. बजरंग हेलो प्वाइंट में 114 मोबाईल की बिक्री हुई. सोना- चांदी, बर्तन, मोबाईल एवं इलेक्ट्रोनिक उपकरण की लगभग ढाई करोड़ रुपये की बिक्री हुई.
रोशनी से जगमगाई कला नगरी
धनतेरसके साथ ही पांच दिवसीय दीपोत्सव का आगाज हुआ. इसके चलते शाम ढलते ही कला नगरी रोशनी से नहाती नजर आई. घरों और प्रतिष्ठानों पर जगमगाते दीपक माहौल में उल्लास भर रहे थे.
रूपचतुर्दशी कल
बुधवार को रूप चतुर्दशी का पर्व शहर सहित विभिन्न इलाकों में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा. रूप चतुर्दशी के दिन सुंदर शरीर के लिए तेल, उबटन से स्नान और फिर श्रृंगार का महत्व है. मान्यता है, कि तेल में लक्ष्मी, जल में गंगा का वास होता है. इसी दिन भगवान कृष्ण ने नरकासुर का वध किया था. इस दिन शाम को हनुमान मंदिर में दीपदान कर यमराज के निमित्त 14 दीपक लगाने का भी विधान है.