सरायकेला/ Pramod Singh मुख्यमंत्री पशुधन योजना में व्याप्त भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी सरायकेला विधानसभा के संयोजक भाजपा नेता मनोज कुमार चौधरी ने बीते 28 अगस्त को उपायुक्त को पत्र लिखा था. जिसके आलोक में उपायुक्त ने मामले की जांच को लेकर दो सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है. जिसमें टीम में शामिल अनुमंडल पदाधिकारी सरायकेला और जिला पशुपालन पदाधिकारी सरायकेला- खरसावां को निर्देश दिया है कि मनोज कुमार चौधरी द्वारा प्राप्त शिकायत पत्र के आलोक में मामले की जांच कर जांच प्रतिवेदन अपने मंतव्य के साथ एक सप्ताह के भीतर उपलब्ध कराएंगे.
क्या था मामला
बीते 28 अगस्त को लिखे शिकायत पत्र में भाजपा नेता मनोज कुमार चौधरी ने बताया था कि लगातार कृषकों की शिकायत आ रही थी कि जिला गव्य विकास केंद्र द्वारा काफी घटिया किस्म की गाय आपूर्ति की जा रही है. गाय वितरण के समय गाय के 15 से 20 लीटर दूध देने की बात बताई जाती है. लेकिन कृषकों को अनुदान प्राप्त गए महज दो से तीन लीटर ही दूध देती है. इसकी जानकारी लेने के लिए जिला पशुपालन पदाधिकारी से मुलाकात करने पर उनके द्वारा किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं दी गई. इसके बाद मनोज कुमार चौधरी द्वारा कई विकास केंद्र स्थित उपलब्ध गायों का फोटो और वीडियो बनाया गया. जिससे प्रथम दृश्य में भ्रष्टाचार की पुष्टि होने की बात बताई गई. उन्होंने बताया था कि जिला पशुपालन विभाग द्वारा अन्य योजनाओं में भी काफी भ्रष्टाचार हो रहा है. उन्होंने पत्र के माध्यम से खेत प्रकट करते हुए कहा था कि भ्रष्टाचार का मामला उजागर करने के बाद जिला पशुपालन कार्यालय और संवेदक द्वारा भ्रष्टाचार के मामले की लीपापोती शुरू कर दी गई है.
जिसमें विशेष सूत्रों से मिली जानकारी का हवाला देते हुए उन्होंने बताया था कि आधी रात को जिला गव्य विकास केंद्र से चोरी छुपे वहां पर रखी आधी गायों को ठेकेदार द्वारा वहां से अन्यत्र ले जाया गया. और शेष आधी गायों को रात में दूसरी जगह शिफ्ट करने की योजना बनाई गई है.