सरायकेला: शुक्रवार को जिले के उपायुक्त अरवा राजकमल द्वारा समाहरणालय परिशर से कोविड सह टीबी सघन प्रचार एवं टीबी उन्मूलन 2025 अंतर्गत ACF 100 दिन 100 ज़िले हेतु जांच वाहन एवं बाईकों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.इसके अलावा जिले में जनजातीय मामलों के मंत्रालय तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की देखरेख में आदिवासी बाहुल्य जनजातीय क्षेत्रो में स्वास्थ्य और पोषण को बढ़ाने के लिए अनमाया कार्यक्रम अंतर्गत आश्वासन जो कोविड और टीबी के संक्रमण की कड़ी तोड़ने का काम का करता है का जिले विधिवत शुभारंभ उपायुक्त द्वारा किया गया.
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इस अवसर पर उपायुक्त ने बताया कि टीबी उन्मूलन 2025 के उदेश्यों की प्राप्ति हेतु एवं वर्तमान में कोविड-19 के वैक्सिनेशन प्रथम व द्वितीय डोज के प्रति जागरूकता लाने के लिए हमसभी अर्थात स्वास्थ्य विभाग, टीबी विभाग, पंचायती राज्य विभाग, जीविका समूह एवं कार्यकारी संस्था पिरामल स्वास्थ्य द्वारा इस बहुहितधारक पहल में एकजुट होकर आमजनों के स्वास्थ्य सुरक्षा को समझाना होगा. साथ ही जनजातीय क्षेत्र के लोगो में आमतौर पर पाई जाने वाली बीमारी टीबी से होने वाले मौत एवं इससे होने वाले दुस्प्रभाव जो व्यक्ति के कार्यशक्ति से लेकर पारिवारिक आर्थिक स्थिति को प्रभावित करता है, शुरुआती दौर में यह कार्यक्रम अगले 100 दिन गहन कार्यक्रम के रूप में चलाया जायेगा जिसमे कार्यरत कर्मी क्यूटी मोबेलाइजर एवं पारा मेडिकल स्टाफ सहियाओं एवं अन्य विभागों के सहयोग से एक सूक्ष्म कार्ययोजना के आधार पर जिले के सभी गांवों, कस्बो और मुहल्लो में घर- घर जाकर टीबी लक्षण वाले संभावित मरीजो की पहचान, उनका स्पुटम (खखार) का सैंपल लेंगे एवं इसे उस क्षेत्र के नजदीकी सरकारी टीबी जांच केंद्रो पर पहुंचाने का कार्य करेंगे. जांच के पश्चात टीबी संक्रमित मरीजो को टीबी की मुफ्त दवा एवं निश्चय योजना के लाभ से जोड़ने का कार्य करेंगे, ताकि टीबी हारेगा, देश जीतेगा और टीबी मुक्त भारत जो टीबी उन्मूलन 2025 के लक्ष्यों की प्राप्ति में जिले द्वारा एक अहम सहयोग दिया जा सके.
अरवा राजकमल (उपायुक्त)
इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार, पिरामल स्वस्थ्य के क्षेत्रीय प्रबधक झारखण्ड और ओडिसा देवाशीष सिन्हा जिला कार्यक्रम प्रबंधक निर्मल कुमार दास, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ विणा सिंह, पिरामल स्वस्थ्य के विशाल कुमार, जूही कुमारी तथा अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.