सरायकेला: कोल्हान के अपराध जगत में श्रवण महतो लगातार अपनी धमक बढ़ा रहा है. हाल के दिनों में श्रवण बेहद ही आक्रमण हो चुका है और एक के बाद एक आपराधिक घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस को लगातार चुनौती दे रहा है. बीते एक महीने के भीतर कांड्रा के सीमेंट व्यवसायी संजय बर्मन पर फायरिंग, उसके बाद चांडिल के एनएच- 33 के पारडीह में मानगो के कारोबारी विकास सिंह पर फायरिंग, कपाली में मेडिकल स्टोर में लूट, फिर पूर्वी सिंहभूम के पोटका में पेट्रोल पंप में लूट और बीती रात कांड्रा के कारोबारी चित्तरंजन मंडल पर हुए फायरिंग में श्रवण महतो की संलिप्तता सामने आई है. जिसके बाद दोनों जिलों की पुलिस सरगर्मी से श्रवण की तलाश में जुट गई है.


मालूम हो कि श्रवण का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है. 13 दिसंबर 2019 में राशन डीलर शिवजी प्रसाद हत्याकांड में उसका नाम सामने आया था. उक्त हत्याकांड के वक्त श्रवण नाबालिग था. उसे रिमांड होम में धनबाद भेजा गया था. यहीं से वह कुख्यात अमन साहू गैंग के संपर्क में आया. उसके बाद 12 मई 2023 को कांड्रा के श्वेता स्टोर में फायरिंग, 13 मार्च 2025 को कांड्रा ओवर ब्रिज के समीप संजू परिहारी के घर के पास फायरिंग और बकीपुर में छिनताई मामले में उसका नाम सामने आया था. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार श्रवण अपना गैंग खड़ा कर रहा है और रंगदारी, लूट जैसी घटनाओं को अंजाम देकर व्यवसाईयों और कारोबारियों के बीच दहशत का माहौल बना रहा है. श्रवण मूल रूप से सिनी का रहने वाला है. कांड्रा उसका ननिहाल है. यहीं से उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा है जो लगातार पुलिस के लिए चुनौती बनता जा रहा है. इसकी एक गर्लफ्रेंड भी है जो पुलिस के रडार पर है श्रवण ने पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर इलाके में अपना ठिकाना बनाया है ऐसा सूत्र बताते हैं. पुलिस सूत्रों की माने तो श्रवण जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. उसकी गिरफ्तारी को लेकर विशेष एसआईटी का गठन किया गया है. वैसे कांड्रा के लोगों को थाना प्रभारी विनोद मुर्मू की कार्यशैली पसंद नहीं आ रही हैं. थानेदारी की कमान संभालने के बाद क्षेत्र में अपराध के ग्राफ में अचानक बढ़ोतरी हुई है. बताया जा रहा है कि हाल के दिनों में क्षेत्र के कई व्यवसाईयों से मोबाइल के जरिए रंगदारी की मांग की गई है. जिससे व्यवसाय डर के साए में जी रहे हैं.
रुद्र पांडे नामक फेसबुक यूजर के पोस्ट से सनसनी
गुरुवार की घटना के बाद रुद्र पांडे नामक एक फेसबुक यूजर ने अपने पोस्ट में लिखा है “श्रवण महतो गैंग रुद्रा पांडे…. कांड्रा में नशा का पदार्थ जो भी बचेगा उसका यही अंजाम होगा. मतलब साफ है कि चित्तरंजन मंडल अपनी दुकान की आड़ में नशे का कारोबार करता था. ऐसे में सवाल कांड्रा थाने की पुलिस पर भी उठ रहे हैं कि आखिर पुलिस को इसकी भनक कैसे नहीं लगी. रुद्र पांडे कौन है और उसका श्रवण के साथ क्या कनेक्शन है फिलहाल पुलिस इसकी जांच में जुट गई है. कुल मिलाकर कहे तो यदि समय रहते पुलिस श्रवण महतो गैंग पर शिकंजा नहीं कसती है तो विगत करीब एक वर्ष से संगठित अपराध पर नकेल कसने वाली सरायकेला पुलिस के लिए श्रवण गंभीर चुनौती बन सकता है.
