सरायकेला: जिले में कोरोना के तीसरे लहर का संक्रमण तूफानी रफ्तार से बढ रहा हैं. जिले में शुक्रवार को 1423 सैंपल जांच में 50 नए करोना संक्रमित मरीज पाए गए हैं. इसके साथ जिले में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 166 हो गई है. इनमें से 63 मरीज गम्हरिया, 14 मरीज चांडिल, 03 नीमडीह, 67 सरायकेला 03 ईचागढ़, 03 खरसावां और 02 कुचाई प्रखंड के हैं. सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार ने बताया, कि सभी संक्रमित व्यक्तियों को बेहतर इलाज हेतु सम्बंधित स्वास्थ्य केंद्रों में भेजा गया है. अबतक जिले में ओमिक्रोन का कोई मरीज नहीं मिला है. उन्होंने आने वाले दिनों में संक्रमण की रफ्तार इससे भी ज्यादा तेज गति से बढ़ने की आशंका जताई है. उन्होंने बताया कि शुक्रवार को मिले कोरोना संक्रमित मरीजों में 15 गम्हरिया, 01 नीमडीह, 01 चांडिल, 01 ईचागढ़, 30 सरायकेला 01 02 कुचाई और 02 राजनगर प्रखंड के हैं.
वहीं कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार को देखते हुए उपायुक्त अरवा राजकमल ने जिलेवासियों से कोविड गाइडलाइन का अनुपालन करने तथा कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार को रोकने में जिला प्रशासन को सहयोग करने की अपील की है. उपायुक्त ने कहा अनावश्यक घरों से बाहर ना निकले, किसी अति आवश्यक कार्य हेतु निकलने के क्रम में शारीरिक दूरी एवं फेस मास्क का नियमित उपयोग करें, तथा यह सुनिश्चित करें कि होने साथ आपके घर के सभी सदस्यगण कोविड टिका ले लिए है.
वैसे कोरोना की तीसरी लहर और ओमिक्रोन वैरिएंट का खतरा सिर पर मंडरा रहा है. राज्य का स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन हाई अलर्ट पर है. ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने की खास जरूरत है. देशभर में कोरोना के मामले हर दिन डबल हो रहे हैं. सबसे बड़ी बात कोरोना की तीसरी लहर शुरू होने के बाद भी लोग गंभीर नहीं है.
शारीरिक दूरी लोग भूल चुके हैं प्रशासन और कोरोना का कोई खौफ उनके अंदर नजर नहीं आ रहा है. इतना जिले के सभी प्रमुख हाट और बाजारों की आपाधापी में महिलाएं और बच्चे तक शामिल हो रहे हैं.
अब सोचिए अगर भीड़ में कोई कोरोना संक्रमित शामिल हुआ तो कोरोना संक्रमण कहां तक ट्रांसफर हो सकता है. जिला प्रशासन और राज्य सरकार के लगातार प्रयास और अपील के बाद भी आम जनों में जन जागरूकता सिफर नजर आ रहा है. इसका ताजा उदाहरण शुक्रवार को सरायकेला में लगे साप्ताहिक हाट में देखा गया. जहां बिना मास्क के दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों से भी पहुंचे. खरीददार शारीरिक दूरी की धज्जियां उड़ाते हुए देखे गए. वही सरायकेला के स्थानीय दुकानदार सहित ग्रामीण क्षेत्रों और सीमावर्ती जिला जमशेदपुर, चाईबासा और कांड्रा एवं अन्य क्षेत्रों से भी पहुंचे. दुकानदार बिना किसी कोरोना सुरक्षा के धड़ल्ले से अपने सामानों की बिक्री करते देखे गए.
इतना ही नहीं लोग एक दूसरे से बेफिक्री के साथ इस कदर मिलते रहे कि जिले में कोरोना के तीसरे लहर की कोई सुगबुगाहट ही नहीं नजर आ रही है. बताते चलें कि क्षेत्र में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के आंकड़े और सरकार की गाइडलाइन इस तरह के जनहित, परिवार हित और समाज हित में भीड़ की इजाजत नहीं दे रहे हैं.
वही सप्ताहिक हाट में उमड़े भीड़ को देखते हुए क्षेत्र के जानकार कयास भी लगाते हुए देखे गए कि कहीं ऐसी लापरवाही क्षेत्र और जिले में कोरोना संक्रमण की सुनामी ना ला दे. बहरहाल पूरे मामले में ऐसे गतिविधि को नियंत्रित करने वाले भी नजर नहीं आए. और ना ही लोग कोरोना के भय से जागरूक होकर खुद को सुरक्षित करते हुए देखे गए.
यही हाल जिले के आदित्यपुर, गम्हरिया, राजनगर, खरसावां और कांड्रा के दैनिक हाट- बाजारों का रहा.