चांडिल: आसनबनी गांव के कारोबारी दिलीप महतो को पुलिस ने धालभूमगढ़ से सकुशल बरामद कर लिया है. एसडीपीओ संजय कुमार ने इसकी पुष्टि की है. वे उन्हें लेकर चांडिल के लिए रवाना हो गए हैं.
बता दें कि मंगलवार दोपहर करीब एक बजे के बाद से ट्रांसपोर्ट कारोबारी सह सामाजिक कार्यकर्ता दिलीप महतो रहस्यमयी तरीके से गायब हो गए थे. उनके गांव बीरीगोड़ा आसनबनी के समीप उनकी स्कॉर्पियो मिली थी, मगर उनका अता- पता नहीं चला था. उनका मोबाइल स्विच ऑफ मिल रहा था. परिजन किसी अनहोनी की आशंका से सहमे हुए थे.
उधर बुधवार को आक्रोशित परिजनों के साथ दिलीप महतो के समर्थकों ने टाटा- रांची नेशनल हाईवे- 33 को करीब 3 घंटे तक जाम कर दिया था. जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और लापता कारोबारी की तलाश में जुट गई. गुरुवार देर शाम सूचना मिली कि ट्रांसपोर्टर दिलीप महतो को धालभूमगढ़ से बरामद कर लिया गया है. वे सुरक्षित है उन्हें लेकर पुलिस चांडिल के लिए निकल चुकी है. हालांकि दिलीप महतो के साथ क्या हुआ था, यह पुलिस के खुलासे के बाद ही पता चल सकेगा. उनके सकुशल बरामदगी से परिजन एवं उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है.
बता दें कि फिलवक्त वे कपाली के तमोलिया स्थित आशियाना में रहते थे. उनका पैकर्स एंड मूवर्स का व्यवसाय है. ब्रह्मानंद अस्पताल में ट्रांसपोटिंग का ठेका चलता है. साथ ही सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर उनकी क्षेत्र में पहचान है. राजनीतिक दल से भी वे जुड़े हुए बताए जाते हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होंने आजसू के लिए काम किया था. वे दो बार जिला परिषद का चुनाव लड़ चुके हैं दोनों बार दूसरे स्थान पर रहे थे. वे हाइवे वेलफेयर सेफ्टी के अध्यक्ष भी हैं. उनके रहस्यमयी तरीके से गायब होने से तरह- तरह की अफवाहों का बाजार गर्म था. जिस पर अब विराम लग गया है.
Reporter for Industrial Area Adityapur