सरायकेला: बाजार शुल्क के विरोध में जारी आंदोलन को क्रमबद्ध जारी रखते हुए सरायकेला जिला समेत पूरे राज्य के खाद्यान्न व्यापारी 16 मई से खाद्य वस्तुओं काआवक पूर्णतः बंद करेंगे.
चैंबर ऑफ कॉमर्स के महासचिव मनोज चौधरी ने बताया राज्य में कृषि उपज पर कृषि शुल्क लागू करने के विरोध में फेडरेशन ऑफ झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के आह्वान पर पिछले एक माह से जारी आंदोलन के बावजूद राज्य सरकार द्वारा संज्ञान नहीं लिया जाना दु:खद है. पूरे राज्य में खाद्य वस्तुओं की आवक 16 मई से बंद करने के निर्णयों को प्रभावी करने के लिए फेडरेशन चैंबर द्वारा राज्य के सभी जिला चैंबर ऑफ कॉमर्स, खाद्यान्न व्यवसायी, राइस मिलर्स एवं फ्लावर मिलर्स के साथ ऑनलाइन बैठक की गयी, जिसमें 16 मई से खाद्यान्न आपूर्ति बंद करने का निर्णय लिया गया. बताया गया खाद्य वस्तुओं के उत्पादक यानी मिलर, थोक खाद्य विक्रेता, गल्ला व्यवसायी व खुदरा दुकानदार सभी स्तर के व्यापारी 15 मई के बाद अपने यहां खाद्य वस्तुओं की खरीद आवक बंद कर देंगे. नया स्टॉक नहीं करेंगे. इसका असर यह होगा कि वर्तमान स्टॉक समाप्ति के बाद स्वत: बाजार में खाद्य वस्तुएं मिलनी बंद हो जाएंगी. थोक विक्रेताओं और मिलों में स्टॉक समाप्त होने के बाद खुदरा दुकानदारों पर भी इसका असर पड़ेगा और बाजार में इसकी कमी हो जाएगी. चैंबर के महासचिव ने कहा कि जब राज्य में खाद्य वस्तुओं की आवक बंद होगी तो राज्य में माल की उपलब्धता कम हो जायेगी, जिससे आनेवाले दिनों में परिस्थितियां विकट होंगी और सरकार को संभाल पाना संभव नहीं होगा.