सरायकेला: अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश कोषाध्यक्ष गणेश महाली झारखंड के वर्तमान हेमंत सरकार को 21 वर्षों के सबसे मजबूर सरकार बताएं. सरकार के 2 वर्ष पूरा हो रहा है और हेमंत सरकार अपनी उपलब्धि को लेकर जश्न मना रही हैं. सरकार ने पिछले 2 वर्ष में एक भी ऐसा काम जानता के हित में नहीं किया है. आखिर किस उपलब्धि को लेकर जश्न मना रही हैं. पिछले 2 साल में राज्य के चारों और लूट हत्या बलात्कार जैसी घटनाएं चरम सीमा पर है. हेमंत सोरेन की चुनाव घोषणा पत्र पर 1 साल में पांच लाख सरकारी नौकरी देने और जब तक नौकरी नहीं तब तक बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था, पर अब तक वो वादा पूरा नहीं कर पाए जिससे राज्य के नौजवान इस सरकार से ठगा महसूस कर रहे हैं. हेमंत सोरेन की सबसे बड़ी उपलब्धि 2 साल की है तो वह है अपने परिवार को चुनाव जिताना. दुमका से अपने छोटे भाई को विधायक और अपने पिताजी को राज्यसभा संसद बनाए यही सबसे बड़ी उनकी 2 साल की उपलब्धि है. इसके सिवा और दूसरा जनता के हित में कुछ नहीं किया है. उन्होने कहा, कि राज्य के चारों और विधि व्यवस्था चरमराई हुई है. हर तरफ लूट मची हुई है. अवैध रूप से राज्य के खनिज संपदा को लूटा जा रहा है, लेकिन इस पर हेमंत सोरेन मौन है. एक साल में ना तो किसानों के दो लाख का कर्ज माफ किया और ना ही गरीब परिवार को सालाना 72000 दिए. इतना ही नहीं आवास के लिए तीन लाख रुपये देने का वादा किया था, वो भी ढकोसला साबित हुआ. अपनी नाकामी को छुपाने के लिए वह हमेशा ही पूर्ववर्ती भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हैं और आज वही पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के अधूरे योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास कर अपनी उपलब्धि गिना रहे. पारा शिक्षकों को सरकार बनते ही स्थाई करने और 54 हजार तक की सैलरी देने का वायदा किया था, पर अबतक पूरा नहीं किया. गणेश महाली ने कहा, कि इस सरकार के शासनकाल में सबसे ज्यादा बलात्कार की घटनाएं घटी है. वह भी आदिवासी महिलाओं के साथ. यह सरकार आदिवासी महिला विरोधी, किसान विरोधी, विकास विरोधी, मजदूर विरोधी, शिक्षा विरोधी रोजगार विरोधी सरकार है. कुल मिलाकर देखा जाए तो यह सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है.
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