खरसावां : सरायकेला-खरसावां जिले के भाजपा खरसावां मुख्य कार्यालय में भाजपा प्रखंड कमिटि के द्वारा ओत गुरू लाकों बोदरा जयंती मनाई गई. इस दौरान भाजपा नेता और कार्यकर्ताओं ने हो भाषा वारंग क्षिति लिपि के जनक ओत गुरु कोल लाको बोदरा तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रदाजलि अर्पित की. वही हो भाषा साहित्य के विकास का संक्लप लिया गया. मौके पर खरसावां के पूर्व विधायक मंगल सिंह सोय ने लाकों बोदरा के जीवन पर प्रकाश डालने हुए आदिवासी संस्कृति व परंम्परा को बचाने का आवाहान किया. उन्होने कहा कि भाषा सभ्यता एवं संस्कृति ही हमारी पहचान है. इसकी रक्षा के लिए सभी को एकजुट होना होगा. संस्कृति को बढावा देने में उनका अहम योगदान वाले लाकों बोदरा ने वारंग क्षिति लिपि का आविष्कार कर आदिवासियों को एक पहचान दी है. आदिवासी समाज की सेवा के लिए अपना सारा जीवन समर्पित किया.
वहीं भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश कार्यकारी सदस्य लाल सिंह सोय ने कहा कि आदिवासी की पहचान भाषा से हाती है. इसे कभी भूलना नही चाहिए. इस भाषा के लिपी निर्माण होने से आज कई स्कूल-कॉलेजों में इसका विधिवत पठन-पठान हो रही हैं. लाकों बोदरा की जंयती में श्रद्वाजंलि देने वालों में मुख्य रूप से पूर्व विधायक मंगल सिंह सोय, भाजपा जिलाध्यक्ष विजय महतो, लाल सिंह सोय, रमानाथ महतो, सुधीर मंडल, मुखिया इन्द्रजीत उरावं, सांसद प्रतिनिधि सुशील षंड़गी, प्रखंड अध्यक्ष प्रशात कुमार महतो, पूर्व मुखिया प्रधानमाटी सोय, विवकेनंद प्रधान, अमीत कैशरी, प्रदीप सिंहदेव, विशंकठ प्रधान, विश्वजीत प्रधान, विवेकानंद प्रधान, प्रकाश मुखी, रमेश महतो, मुजाहिद खान, संजय कुमार महतो, होपना सोरेन, लादुराम हेम्ब्रम, श्यामलाल दास आदि शामिल थे.