सरायकेला (प्रमोद सिंह) गम्हरिया के बीरबांस पंचायत अंतर्गत तिरिलडीह में मंगलवार सुबह तिरिलडीह आजीविका महिला ग्राम संगठन के नेतृत्व में ग्रामीणों ने जर्जर सड़क की मरम्मती समेत अन्य मांगो को लेकर सड़क जाम कर दिया. सड़क जाम सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक रहा. इसके बाद सीओ की उपस्थिति में त्रिपक्षीय वार्त्ता में बनी सहमति के बाद ग्रामीणों ने सड़क जाम हटाया.
ग्रामीणों ने बताया कि तिरिलडीह गांव में सिग्मा प्राइवेट लिमिटेड अनन्या प्राइवेट लिमिटेड एवं सूरज लॉजिस्टिक कंपनी स्थापित की गई है. इन तीनों कंपनियों की भारी वाहनों के आवागमन से मुख्य मार्ग रामकृष्ण फोर्जिंग गेट के सामने से दिल्ली गांव तक आने वाली सड़क जर्जर हो गई है. भारी वाहनों के आवागमन एवं उचित मरम्मत नहीं करने के कारण सड़क पर बड़े- बड़े गड्ढे हो गए हैं जिस पर आवागमन में ग्रामीणों को काफी परेशानियां होती है. ग्रामीणों का आरोप है, कि कंपनी द्वारा प्रदूषित जल नाला में छोड़ा जाता है जो खेतों में जाकर फसल को बर्बाद करता है.
सड़क जाम की सूचना पाकर सरायकेला के सीओ सुरेश कुमार सिन्हा जाम स्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों से वार्ता करते हुए उनकी मांगों की जानकारी ली. उन्होंने तिरिलडीह में स्थापित तीनों कंपनियों के प्रतिनिधियों को बुलाया और जाम स्थल पर अंचलाधिकारी की अध्यक्षता में त्रिपक्षीय बैठक हुई. त्रिपक्षीय बैठक में विचार विमर्श के बाद सहमति बनी कि कांड्रा सरायकेला मुख्य मार्ग से तिरिलडीह तक सड़क मरम्मत कंपनियों के द्वारा किया जाएगा ग्रामीणों को रोजगार दिया जाएगा सीएसआर के तहत गांव में विकास कार्य संचालित किया जाएगा सड़क किनारे स्ट्रीट लाइट लगाई जाएगी प्रदूषण पर रोक रोक लगाया जाएगा. सामान्य कंपनी की बिजली अंडर ग्राउंड किया जाएगा तथा भविष्य में ग्रामीणों की कोई समस्या के संबंध में ग्राम विकास समिति के माध्यम से कंपनियों को समय- समय पर अवगत किया जाएगा. त्रिपक्षीय बैठक के बाद ग्रामीणों ने सड़क जाम हटाया. त्रिपक्षीय बैठक में अंचलाधिकारी सुरेश कुमार सिन्हा सूरज लॉजिस्टिक कंपनी के आनंद कुमार, सिग्मा के मुक्ति रानी स्वरूप चौधरी व इंद्रजीत तथा सामान्य कंपनी के एचआर अजीत कुमार, मुखिया संगीता हांसदा, प्रधान मांझी,बासुदेव महतो, राम हांसदा, पूर्व मुखिया घनश्याम हांसदा, श्रावणी बारीक समेत काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.