झारखंड, बिहार, बंगाल और उड़ीसा के कुख्यात नक्सली सुप्रीम कमांडर 95 वर्षीय एक करोड़ के ईनामी प्रशांत बोस, उर्फ किशन दा उर्फ बूढ़ा अपनी पत्नी शीला मरांडी, चालक एवं एक महिला (संभवतः डॉली) व एक पांच साल की बच्ची के साथ शुक्रवार दिन के नौ से 9:30 के बीच सरायकेला- खरसावां जिले के कांड्रा थाना अंतर्गत गिद्दीबेड़ा टॉल प्लाजा से उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह एक सफेद स्कोर्पियो पर सवार होकर चांडिल की ओर से आ रहे थे. दो दिन तक पुलिस सभी से गुप्त स्थान पर रखकर पूछताछ के बाद रविवार को प्रशांत बोस, उनकी पत्नी शीला सहित छः लोगों को कड़ी सुरक्षा के बीच सदर अस्पताल लाया गया.
जहां से सभी को मेडिकल जांच के बाद सीजेएम कोर्ट ले जाने की तैयारी चल रही है. प्रशांत दा और उनकी पत्नी लाठी के सहारे चलते नजर आए. वहीं एक जवान उन्हें गोद में उठाकर अस्पताल के अंदर ले जाता दिखा. इसके साथ ही उन सभी कयासों पर विराम लग गया है, जिसमें दावा किया जा रहा था, कि प्रशांत बोस उर्फ बूढ़ा को गिरफ्तार कर पुलिस अपने साथ रांची ले गई है. जांच के लिए प्रशांत दा के साथ उनकी पत्नी शीला मरांडी, वीरेंद्र हांसदा, राजू टुडू, कृष्णा बाहन्दा और गुरुचरण बोदरा (चालक) को लाया गया था.
जबकि हमने दावा किया था की पुलिस सभी को गिरफ्तार कर वापस सरायकेला की तरफ ले गई है. शुक्रवार को लगभग 9 थानों की पुलिस एवं जिले के कई वरीय पुलिस पदाधिकारी, आईबी एवं एसटीएफ सादे लिबास में अलग-अलग छिपकर सफेद स्कॉर्पियो संख्या JH 22 E 2866 की प्रतीक्षा में थे. जैसे ही गिद्दी बेड़ा टोल प्लाजा पर उक्त नंबर की स्कॉर्पियो गाड़ी पहुंची. पुलिस ने दबिश दी, और पांचों को दूसरे गाड़ी में शिफ्ट कर वापस सरायकेला की तरफ ले गई. इसके साथ ही प्रशांत बोस उर्फ बूढ़ा के गिरफ्तार होने की पुष्टि भी हो चुकी है. हालांकि अब तक पुलिस ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है. मगर यह साफ हो गया है कि एक करोड़ के इनामी नक्सली कमांडर प्रशांत बोस और बूढ़ा अपनी पत्नी के साथ सरायकेला पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है.