सरायकेला (Pramod Singh) आदित्यपुर पुलिस ने हथियाडीह के ग्रामीणों को भड़काने और हत्या के प्रयास के मामले में झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के नेता प्रेम मार्डी को बुधवार देर रात गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
विदित हो कि हाल के दिनों में हथियाडीह में जियाडा द्वारा अधिग्रहित जमीन पर कई कंपनियां निर्माधीन हैं. इनमें से जमना ऑटो और नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज अस्पताल का निर्माण कार्य भी हो रहा है. जिसको लेकर ग्रामीण लगातार विरोध कर रहे हैं. कई दौर के वार्ता के बाद भी ग्रामीणों का विरोध जारी है.
इधर तीन- चार दिनों से ग्रामीणों ने हिंसक रुख अख्तियार कर लिया था. दो दिन पूर्व महिला के साथ छेड़खानी का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने निर्माणाधीन नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में घुसकर गार्ड की बेरहमी से पिटाई कर डाली थी. यहां झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के नेता प्रेम मार्डी और तरुण महतो ने लीड किया था. इससे पूर्व जमना ऑटो के विरोध में भी उक्त नेताओं ने ग्रामीणों को भड़काया और कंपनी का विरोध किया था. हालांकि प्रशासन ने इस दौरान काफी संयम बरता और ग्रामीणों की सभी मांगो को पूरा कराया, मगर पिछले तीन- चार दिनों से ग्रामीणों ने हिंसात रुख अपना लिया. इस वजह से प्रशासन ने सख्त रूप अपनाया और बुधवार को 10 महिला एवं 11 पुरुष ग्रामीणों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया. वहीं झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के नेता प्रेम मार्डी एवं तरुण महतो भूमिगत हो गए थे. इनमें से प्रेम मार्डी को नाटकीय ढंग से देर रात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, जबकि तरुण महतो अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है. अपनी गिरफ्तारी को लेकर प्रेम मार्डी ने बताया कि उन्हें साजिश के तहत फंसाया गया है. वे संवैधानिक तरीके से ग्रामीणों का साथ दे रहे थे. उन्होंने बताया कि कई बार मामले को लेकर राज्यपाल और उपयुक्त से मध्यस्थता करने की पहल की गई थी, मगर ग्रामीणों की एक न सुनी गई.
बाईट
प्रेम मार्डी (नेता जेबीकेएसएस)
इधर एकसाथ इतने बड़े पैमाने पर ग्रामीणों की गिरफ्तारी पर भाजपा नेता रमेश हांसदा ने स्थानीय विधायक सह मंत्री चंपाई सोरेन पर ग्रामीणों के साथ संवेदना जताते हुए रिहाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि ग्रामीण आंदोलन की दिशा से भटक गए थे. उन्हें सही नेतृत्वकर्ता नहीं मिला. जेल जाना कोई बड़ी बात नहीं है, मगर आंदोलन सही होना चाहिए था. उन्होंने मंत्री से ग्रामीणों की भावना का कद्र करने की अपील की है.
रमेश हांसदा (भाजपा नेता)
वैसे अब देखना यह दिलचस्प होगा कि इतने बड़े पैमाने पर आदिवासी- मुलावसियों की गिरफ्तारी क्या गुल खिलाती है. क्योंकि हथियाडीह के ग्रामीण झामुमो के कट्टर समर्थक रहे हैं. जियाडा द्वारा जब इन्हें उजाड़ा जा रहा था उस वक्त मंत्री चम्पाई सोरेन ने ही तत्कालीन सरकार का विरोध किया था और उन्हें उझड़ने से बचाया था. हाल के दिनों में जेबीकेएसएस की सक्रियता से यहां का माहौल बदल गया है.