सरायकेला: जिला खनन पदाधिकारी सन्नी कुमार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. चांडिल एसडीओ ने डीएमओ सन्नी कुमार के काली कमाई की लंबी चौड़ी फेहरिस्त उपायुक्त सह अध्यक्ष जिलास्तरीय माइनिंग टास्क फोर्स को सौंपते हुए कार्रवाई की अनुशंसा की है.
देखें अनुमंडल पदाधिकारी चांडिल द्वारा उपायुक्त सह अध्यक्ष जिला स्तरीय माइनिंग टास्क फोर्स सरायकेला- खरसावां के नाम समर्पित आरोप पत्र की प्रति
बता दें कि चांडिल अनुमंडल पदाधिकारी ने क्षेत्र में चल रहे अवैध माइनिंग के खेल में जिला खनन पदाधिकारी सरायकेला- खरसावां द्वारा अपने पद का दुरुपयोग कर बालू तथा पत्थर का अवैध उत्खनन, परिवहन तथा भंडारण में संलिप्तता प्रमाणित करते हुए कार्रवाई की अनुशंसा की है.
उपायुक्त के नाम समर्पित आरोप पत्र में एसडीओ ने लिखा है
“उपयुक्त विषय के संबंध में सूचित करना है, कि चांडिल अनुमंडल क्षेत्र अंतर्गत आए दिन बालू तथा पत्थर का अवैध उत्खनन, परिवहन तथा भंडारण की सूचना स्थानीय मीडिया के माध्यम से प्राप्त होती है. जिसमें तत्काल अनुमंडल स्तरीय टास्क फोर्स द्वारा कार्रवाई कर इसकी सूचना जिला खनन पदाधिकारी को दी जाती है, परंतु जिला खनन पदाधिकारी द्वारा कोई भी कार्यवाई नहीं की जाती है. मजबूरन अंचल अधिकारियों द्वारा प्राथमिकी दर्ज की जाती है. अनुमंडल स्तरीय टास्क फोर्स द्वारा अब तक कुल 14 मामले दर्ज किए गए हैं. उपरोक्त सभी कार्रवाई अनुमंडल स्तरीय टास्क फोर्स द्वारा करने से पूर्व तथा बाद में भी मोबाइल से जिला खनन पदाधिकारी सरायकेला- खरसावां को सूचना दी गई, परंतु उनके द्वारा किसी प्रकार ना तो प्रतिक्रिया दी गई, और ना तो प्राथमिकी दर्ज किया गया. गुप्त सूत्रों से पता चला है, कि खनन पदाधिकारी द्वारा ही बालू माफियाओं से सांठगांठ से बालू तथा पत्थर का अवैध उत्खनन, परिवहन तथा भंडारण किया जा रहा है. इस क्रियाकलाप से भी इनकी संलिप्तता प्रथम दृष्टया सही प्रतीत होती है. जिसके कारण झारखंड सरकार को करोड़ों रुपए के राजस्व की क्षति हो रही है. साथ ही आए दिन मीडिया में समाचार प्रसारित होने के कारण जिले की छवि भी धूमिल हो रही है.
इन थानों में टास्क फोर्स द्वारा दर्ज करायी गयी है प्राथमिकी
1- ईचागढ़ थाना कांड संख्या 33/ 2020. दिनांक 08/07/2020
2- ईचागढ़ थाना कांड संख्या 36/ 2020. दिनांक 30/ 07/ 2020
3- ईचागढ़ थाना कांड संख्या 53/ 2020. दिनांक 30/ 10/ 2020
4- ईचागढ़ थाना कांड संख्या 66/ 2020 दिनांक 14/12/ 2020
5- ईचागढ़ थाना कांड संख्या 4/ 2021. दिनांक 13/ 01/ 2021
6- ईचागढ़ थाना कांड संख्या 12/ 2021. दिनांक 22/02/ 2021
7- ईचागढ़ थाना कांड संख्या 18/ 2021. दिनांक 28/03/ 2021
8- ईचागढ़ थाना कांड संख्या 22/ 2021. दिनांक 14/ 04/ 2021
9- ईचागढ़ थाना कांड संख्या 30/ 2021. दिनांक 14/06/ 2021
10- ईचागढ़ थाना कांड संख्या 18/ 2022. दिनांक 25/04/ 2022
11- चौका थाना कांड संख्या 65/ 2021. दिनांक 01/ 11/ 2021
12- चौका थाना कांड संख्या 07 2022. दिनांक 20/01/ 2022
13- चौका थाना कांड संख्या 45/ 2020- 21, दिनांक 9/08/ 2021
14- तिरुलडीह थाना कांड संख्या 9/ 2022. दिनांक 15/ 04/ 2022
बता दें कि नियमतः इन मामलों में जिला खनन पदाधिकारी को कार्रवाई करनी है, मगर इनमें से किसी भी मामलों में उन्होंने कार्रवाई नहीं की है. बताया जा रहा है, कि जिला खनन पदाधिकारी द्वारा अवैध माइनिंग मामले में अनुमंडल प्रशासन पर सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया था. जिसके बाद एसडीओ ने यह सूची उपायुक्त को उपलब्ध कराई है.
इधर चांडिल एसडीओ द्वारा उपलब्ध कराए गए सूची के आधार पर उपायुक्त ने अनुमंडल पदाधिकारी कार्यालय चांडिल के पत्रांक संख्या 16/ गोपनीय दिनांक 25/ 04/ 2022 के आवेदन पर मामलों की जांच हेतु एक टीम का गठन किया है, जिसमें अपर उपायुक्त सरायकेला- खरसावां, अनुमंडल पदाधिकारी सरायकेला एवं पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) सरायकेला- खरसावां को जांच का जिम्मा सौंपा गया है.
देखें उपायुक्त के आदेश की प्रति
वैसे देखना यह दिलचस्प होगा, कि सरकार के दो पदाधिकारियों के बीच शुरू हुए कलम के जंग में जीत किसकी होती है. कब तक जांच रिपोर्ट आती है और कब कार्रवाई होती है.
वैसे indianewsviral.co.in ने जिला खनन पदाधिकारी के मोबाइल नंबर 7209176895 पर 6 मई अपराहन 12:55 बजे संपर्क कर उनका पक्ष जानना चाहा मगर उन्होंने फोन उठाना जरूरी नहीं समझा ना ही कॉल बैक किया. हालांकि जिला खनन पदाधिकारी के लिए यह कोई पहला मौका नहीं है, जब उन पर भ्रष्टाचार से संबंधित आरोप लगे हैं. मगर ऊंची रसूख और ऊपर तक पकड़ होने के कारण पिछले कई सालों से जिला में जमे हुए हैं, और खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं.