सरायकेला: स्थानीय बार भवन में शुक्रवार को देश के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद की जयंती सह अधिवक्ता दिवस मनाया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश विजय कुमार व स्टेट बार काउंसिल के अध्यक्ष राजेंद्र कृष्णन उपस्थित रहे.
कार्यक्रम का शुरुआत देश के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद के चित्र पर माल्यार्पण व द्वीप प्रज्वलित कर किया गया. इस अवसर पर बार के 50 वर्ष से अधिक प्रैक्टिस करने वाले अधिवक्ताओं को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में उपस्थित 5 अधिवक्ताओं को मुख्य अतिथि एवं प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के द्वारा शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में अधिवक्ताओं द्वारा समस्याओं से स्टेट बार काउंसिल अध्यक्ष को अवगत कराया गया. बार एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रभात कुमार एवं उपाध्यक्ष ओमप्रकाश ने बताया कि सरायकेला बार का अपना भवन नहीं है जिसके कारण यहां के अधिवक्ताओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. भवन नहीं होने के पीछे बार का जमीन नहीं होना भी बताया गया. बताया गया कि सरायकेला में एसीजेएम का भी भवन नहीं है. यहां रेल कोर्ट नहीं है, यहां रेल कोर्ट भी चलाया जाए. बताया गया जब तक चांडिल अनुमंडल में जेल भवन नहीं बनता है सुरक्षा के दृष्टिकोण से सरायकेला में ही चांडिल का अनुमंडल कार्यालय चलाया जाए. इस दौरान अधिवक्ताओं के अन्य समस्याओं से भी अध्यक्ष रूबरू हुए इसके पश्चात उन्होंने समस्याओं के निराकरण के लिए सरकारी स्तर से बातचीत करने और समाधान करने का आग्रह करने का आश्वासन दिया है. स्टेट बार अध्यक्ष ने कहा कि अधिवक्ता समाज हित में काम करते हैं और उनकी समस्याओं का निराकरण करना अति आवश्यक है. कार्यक्रम में शिव कुमार मंडल, भीम महतो अल्ताफ हुसैन, आशुतोष आचार्य व अनादि भूषण चक्रवर्ती को सम्मानित किया गया. मौके पर स्टेट बार काउंसिल के अध्यक्ष की अधिवक्ता पत्नी अनिता कृष्णन, उपाध्यक्ष राजेश शुक्ला कार्यकारिणी सदस्य अनिल महतो, एडीजे वन अजीत कुमार सिंह, सीजीएम मंजू कुमारी, डीएलएसए सचिव कुमार क्रांति प्रसाद, रजिस्ट्रार कवितांजलि टोप्पो के अलावे बार सचिव देवासीष ज्योतिषी, उपाध्यक्ष ओमप्रकाश, संजय जोंकों, केपी दुबे, जलेस कवि,केदार अग्रवाल सुबोधा हाजरा, राजेंद्र महतो, पुष्पा दास, राजेश बिहारी, कुणाल रथ, लोकनाथ केसरी व रजत पटनायक सहित कई अधिवक्ता उपस्थित थे.