सरायकेला: बालक मध्य विद्यालय सरायकेला में विभागीय निर्देशानुसार पैरंट्स टीचर मीटिंग का आयोजन किया गया. विद्यालय के प्रधानाध्यापक गंगाराम तियू की अध्यक्षता में आयोजित उक्त पैरंट्स टीचर मीटिंग में बतौर मुख्य अतिथि सरायकेला नगर पंचायत के उपाध्यक्ष मनोज कुमार चौधरी उपस्थित हुए. मौके पर उन्होंने कहा कि माताएं बच्चों की प्रथम गुरु के रूप में प्रतिष्ठित है, जबकि पिता पालक और विद्यालय में गुरुजन शिक्षा एवं ज्ञान देने के लिए है. इस प्रकार यदि अभिभावक एवं शिक्षक परस्पर समन्वय कर बच्चों के शैक्षणिक विकास का एकमात्र उद्देश्य के लिए कार्य करें तो बच्चों का सर्वांगीण विकास निश्चित रूप से हो सकेगा. उन्होंने कहा कि संस्कारयुक्त शिक्षा अभिभावक एवं शिक्षक की परस्पर समन्वय का प्रथम उपलब्धि हो सकती है. जो बच्चों के स्वयं के लक्ष्य पूर्ण जीवन निर्माण के साथ-साथ नव भारत निर्माण के लिए महत्वपूर्ण होगा. मौके पर मौजूद विशिष्ट अतिथि के रुप में सरायकेला प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी दिलीप कुमार ने अपने संबोधन में पैरंट्स टीचर मीटिंग के उद्देश्य के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी. बैठक को जिला सर्व शिक्षा अभियान के प्रशिक्षण प्रभारी सिद्धेश्वर झा ने भी संबोधित करते हुए तकनीकी जानकारियां दी. इस अवसर पर कोरोना काल के बाद बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने, बच्चों को स्वाध्याय एवं संस्कार अपनाने के लिए प्रेरित करने, मोबाइल गेम गतिविधि से दूर रहने, नशा मुक्त माहौल तैयार करने जैसे विषयों पर विचार विमर्श किया गया. मौके पर विद्यालय प्रबंधन समिति की अध्यक्षा सुमति कैवर्त, संकुल साधन सेवी राजेंद्र नंदा, बीआरसी के राजाराम महतो, विद्यालय के समस्त शिक्षक शिक्षिकाएं एवं बाल संसद टीम सहित अभिभावक गण मौजूद रहे. इस क्रम में विद्यालय में चालू शैक्षणिक सत्र के दौरान श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए आयश गागराई को स्टूडेंट ऑफ द ईयर और दीपिका महतो को सर्वाधिक अनुशासित छात्र के रूप में पुरस्कृत किया गया. इसी प्रकार क्लास में श्रेष्ठ उपस्थिति के लिए आदित्य कुमार महतो, आयुष नायक, खुशी कुमारी, मोनिका महतो, स्वास्तिका चौधरी एवं वर्षा सरदार को पुरस्कृत किया गया और क्लास में स्वच्छता अपनाने एवं स्वच्छता के प्रति समर्पित रहने के लिए गुरुदेव मुखी, ईशा तियू, मनीषा महतो, सुमन महतो, निशा डोगरा एवं उपेंद्र महतो को पुरस्कृत किया गया.


