सरायकेला (Pramod Singh) सरायकेला जिला मुख्यालय व आसपास के क्षेत्रों में बुधवार को आंवला नवमी पर परिवार की सुख समृद्धि के लिए विधि- विधान से आंवला बृक्ष के नीचे अक्षय नवमी की पूजा अर्चना की गयी. संतान प्राप्ति और सुख- सौभाग्य के लिए रखे जाने वाला यह व्रत सरायकेला- खरसावां में पूरे विधि विधान के साथ किया गया.
परिवार की सुख समृद्धि के लिए आंवला नवमी पर महिलाओं ने आंवला वृक्ष की परिक्रमा कर पूजा- अर्चना की. आंवला वृक्ष के नीचे पकवानों का भोग लगाया और उन्हीं पकवानों से अपना व्रत खोला. जानकारी हो कार्तिक माह की नवमी को आंवला नवमी के रूप में मनायी जाती है. इस दिन आंवला वृक्ष की पूजा का विशेष महत्व है. अधिकांश व्रतियों ने श्रद्धापूर्वक पूजा अर्चना कर आंवला वृक्ष की परिक्रमा लगाकर सुख,शांति व समृद्धि की मंगलकामना की. मान्यता है कि अक्षय नवमी पर मां लक्ष्मी ने पृथ्वी लोक में भगवान विष्णु एवं भगवान शिव की पूजा आंवले के रूप में की थी और इसी पेड़ के नीचे बैठकर भोजन ग्रहण किया था. यह भी कहा जाता है कि आंवले के पेड़ के नीचे श्री हरि विष्णु के दामोदर स्वरूप की पूजा की जाती है.
Reporter for Industrial Area Adityapur