गम्हरिया: अंचल के आसंगी मौजा में प्रस्तवित नगर निगम के भवन के लिए बीते 24 फरवरी को शिलान्यास कार्यक्रम रद्द होने के बाद सरकार की किरकिरी होते ही सरकारी महकमा रेस हो गया और रातोंरात जहां सीओ का तबादला कर दिया वहीं उपायुक्त ने हाईकोर्ट में सरकार का पक्ष रखने से पूर्व बीते सोमवार को अंचल कार्यालय का निरीक्षण किया था और तत्कालीन अंचल अधिकारी गिरेन्द्र टूटी और वर्तमान सीओ कमल किशोर के साथ बैठक कर पूरे मामले की जानकारी ली थी. उन्होंने अंचल अधिकारी कमल किशोर को उक्त जमीन से संबंधित विस्तृत रिपोर्ट देने का निर्देश दिया था. अंचलाधिकारी के अनुसार रिपोर्ट सरकार के पक्ष में है. रितेश भालोटिया के दावे गलत हैं.
अंचलाधिकारी की रिपोर्ट मिलते ही करीब तीन एकड़ जमीन को लेकर जिला प्रशासन खूंटा गाड़ने की तैयारी में जुट गई है. बता दें कि उपायुक्त के निर्देश पर सीओ ने अपनी जांच रिपोर्ट उपायुक्त को सौंप दी है. जिसमें सीओ कमल किशोर ने साफ कर दिया है कि उक्त भूखंड सरकार की संपत्ति है. रिपोर्ट के आधार पर सरकार हाईकोर्ट में अपना पक्ष मजबूती से रख सकती है.
अंचल प्रशासन के रिपोर्ट के बाद जिला प्रशासन ने उक्त भूखंड के लिए एक सूचना पट्ट तैयार किया है जिसमें लिखा गया है कि “मौजा आसंगी खाता संख्या (0) 93, 94, 95/ (N) 58, 58/ 1620 और खाता संख्या (0) 187/ (N) 297 जो सरकार की भूमि है. उक्त प्लॉट में खरीद बिक्री करना दंडनीय अपराध है”
आपको बता दें कि उक्त भूखंड पर नगर निगम का प्रस्तावित भवन बनाना था. इसकी तैयारी लगभग पूरी हो चुकी थी. बीते 24 फरवरी को मुख्यमंत्री को शिलान्यास करना था, मगर एन मौके पर कथित कब्जा धारी रितेश भालोटिया ने हाई कोर्ट से स्टे ले लिया. इसके बाद शिलान्यास का कार्यक्रम टाल दिया गया. वहीं सरकार की भी खूब किरकिरी हुई इसको लेकर सरकार ने रातों- रात सीओ का तबादला कर दिया. इधर हाई कोर्ट में सरकार का पक्ष रखने के लिए
विदित हो कि इससे पूर्व आंचल प्रशासन ने 17 मार्च 2023 को उक्त करीब तीन एकड़ भूखंड पर अवैध कब्जा दिखाते हुए जमीन को कब्जा मुक्त कराया था. उसके बाद रितेश भालोटिया ने हाई कोर्ट का रुख किया था, जबकि अंचल के किसी रिकॉर्ड में उक्त भूखंड रितेश भालोटिया के नाम से दर्ज नहीं है, फिर किस आधार पर हाई कोर्ट से रितेश भालोटिया को स्टे मिल गया यह जांच का विषय है. फिलहाल अंचल कार्यालय के रिपोर्ट में एकबार फिर से जमीन झारखंड सरकार का प्रमाणित हुआ है.