सरायकेला: प्रतिष्ठित दैनिक अखबार समूह दैनिक जागरण एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को एनआर गवर्नमेंट प्लस टू हाईस्कूल प्रांगण में दैनिक जागरण के “मोबाइल दान विद्या दान” अभियान के तहत गरीब छात्रों के बीच स्मार्टफोन वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया.
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि जिले के उपायुक्त अरवा राजकमल, विशिष्ट अतिथि पुलिस अधीक्षक आनंद प्रकाश, अपर उपायुक्त सुबोध कुमार, नगर पंचायत उपाध्यक्ष मनोज चौधरी, समाजसेवी सुमित चौधरी, विद्यालय की प्रधानाध्यापिका अम्बिका प्रधान आदि उपस्थित थे. कार्यक्रम में उपायुक्त एवं अन्य अतिथियों ने 206 जरूरतमंद बच्चों के बीच मोबाइल वितरण किया.
इस दौरान उपायुक्त अरवा राजकमल ने बच्चों के बीच स्मार्टफोन वितरण करते हुए कहा कि दैनिक जागरण का यह प्रयास सराहनीय है. हर सक्षम लोग अपने पुराने स्मार्टफोन या नया फोन जितना संभव हो सके खरीद कर आपके आसपास के छात्रों को दान दें. कम्पनियों से अनुरोध है कि वे सीएसआर के तहत अपने पोषक क्षेत्र के गरीब छत्रों को स्मार्टफोन प्रदान करें. आपके दान से उन गरीब बच्चों को मदद मिलेगी जो स्मार्टफोन न होने की वजह से ऑनलाइन पढ़ाई से जुड़ नहीं पाते पा रहे हैं. इस अभियान को सफल बनाने के लिए सक्षम लोग आगे आएं. बच्चों को स्मार्टफोन मिलने के बाद पेरेंट्स इसका भी ख्याल रखें कि इसका सिर्फ एजुकेशन के लिए सदुपयोग करें. आने वाले दिनों में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के बच्चों की तरह अन्य स्कूलों के बच्चों को भी सरकार की ओर से स्मार्टफोन प्रदान किया जा सकता है. उपायुक्त ने बताया कि हमने जोहर पाठशाला नाम से कोल्हान में क्षेत्र में सीएसआर की मदद से यूट्यूब चैनल बनाया है.
कोल्हान के बेस्ट टीचरों की मदद से दसवीं, ग्यारवीं एवं बारवीं की पाठ्यक्रम अध्ययन के वीडियोज यूट्यूब में डाले हैं. ये हमारी फ्यूचर हैं. कोविड के बाद भी हमारी डिजिटली जो भी रिसोर्सेज हैं, काम आती रहेंगी. चाहे डॉक्टर, इंजीनियर, शिक्षक, पुलिस या यूपीएससी की तैयारी करनी ही ये वीडियोज काम आते रहेंगे. इसके अलावे कई मोटिवेशनल वीडियोज डाले गए हैं. मोबाइल या डिजिटल माध्यम हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुके हैं. भविष्य में भी इसकी उपयोगिता बरक़रार रहेगी
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अरवा राजकमल (डीसी)
एसपी आनंद प्रकाश ने कहा कि अभी डिजिटल का जमाना है. ऑनलाइन पढ़ाई के लिए स्मार्टफोन बहुत जरूरी है. कोविड महामारी के कारण बच्चों की पढ़ाई लिखाई पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ा है. बच्चों को की पढ़ाई जारी रखने के लिए ऑनलाइन पढ़ाई की वैकल्पिक व्यवस्था सरकार ने की.
कई बच्चों के पास अभी भी स्मार्टफोन नहीं है. मां- बाप स्मार्टफोन खरीदने में सक्षम नहीं हो पा रहे हैं. ऐसे में अखबार समूह दैनिक जागरण का मोबाईल दान विद्या दान अभियान बहुत सराहनीय पहल है. हमारे पुलिस विभाग से भी इस तरह का इनीशिएटिव चलाया गया था. बच्चे मोबाइल का सदुपयोग करें. सिर्फ एजुकेशन में इसका उपयोग करें. देश दुनिया की तमाम ताजा जानकारी आज हमें डिजिटल के माध्यम से झट से मिल पाती है. इसलिए आप इसे सिर्फ पढ़ाई में इस्तेमाल करें और अपने बौद्धिक क्षमता का विकास करें.
वहीं अपर उपायुक्त सुबोध कुमार ने कहा कि मोबाइल दान विद्या दान के तहत दैनिक जागरण अखबार समूह का यह अभियान बहुत सराहनीय है. बच्चे मोबाइल का सदुपयोग करें दुरुपयोग ना करें, क्योंकि मोबाइल हमारा जितना बड़ा दोस्त है, अगर हम इसका दुरुपयोग करते हैं तो यह हमारी उतनी बड़ी दुश्मन भी बन सकती है. इसे सिर्फ अपने पढ़ाई लिखाई के लिए ही इस्तेमाल करें.
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सुबोध कुमार (एडीसी)
सरायकेला नगर उपाध्यक्ष मनोज चौधरी ने कहा कि कोविड-19 महामारी से सबसे ज्यादा शिक्षा प्रभावित हुई है. अभी भी छोटे बच्चों के स्कूल नहीं खुले हैं. कोविड 19 ने हमारी जीवन शैली को बदल कर रख दिया है. सरकार ने ऑनलाइन पढ़ाई शुरू कर शिक्षा की वैकल्पिक व्यवस्था की, परंतु मां- बाप अपने बच्चों को मोबाइल फोन खरीद पाने में अक्षम हैं. कई सारे बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं. दैनिक जागरण अखबार समूह का मोबाइल दान विद्या दान अभियान बहुत ही सराहनीय पहल है. मैं जिला प्रशासन से आग्रह करूंगा कि कंपनियों के सीएसआर से पोषक क्षेत्र में गरीब छात्रों के को मोबाइल मुहैया कराने का निर्देश दें, ताकि कोई बच्चा ऑनलाइन पढ़ाई से वंचित ना रहे.
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मनोज चौधरी (नगर उपाध्यक्ष)
सरायकेला के समाजसेवी सुमित चौधरी ने कहा कि वास्तव में ऑनलाइन से शिक्षा देना सरकार की अच्छी सोच है, परंतु इसके लिए हर बच्चे के हाथ में स्मार्टफोन होना भी बहुत जरूरी है.
हमारे ग्रामीण सुदूर क्षेत्र के कई सारे परिवार जी तोड़ मेहनत करने के बाद भी एक अदत स्मार्टफोन खरीदने में सक्षम नहीं हैं. दैनिक जागरण मोबाइल दान विद्या दान का अभियान चलाकर समाज को गरीब छात्रों की मदद के लिए प्रेरित कर रही है. हम जो भी लोग सक्षम हैं अपने अपने आस-पड़ोस के छात्र छात्राओं को जितना संभव हो सके स्मार्टफोन उन्हें दान करें.