सरायकेला: आदिवासी सेंगेल अभियान द्वारा जनगणना 2022 में सरना धर्म कोड लागू करने समेत विभिन्न मांगो को लेकर जन जागरण रथ चलाया जा रहा है, जो मंगलवार को सरायेकला पहुंची. सरायकेला के दुर्गा मंदिर परिसर में आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने कहा जनजागरण के तहत झारखंड, बंगाल, बिहार, उडिसा व असम के लगभग 50 जिलो में आदिवासी समाज को जगाने व जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा सरना धर्म कोड लागू करने व संथाली को झारखंड का प्रथम राजभाषा बनाने की मांग को लेकर सागाड़ चल रहा है. उन्होंने कहा राज्य में सीएनटी एसपीटी एक्ट का कड़ाई से पालन हो, न्याय पूर्ण आरक्षण नीति व डोमेसाइल नीति बने, विस्थापन व ह्यूमन ट्रैफिकिंग की घटनाएं बंद हो जिसको लेकर आदिवासी सेंगेल अभियान लगातार संघर्ष कर रही है. सालखन मूर्मू ने सरकार द्वारा बनाए गए मॉब लिचिंग कानून का स्वागत करते हुए कहा इससे आदिवासी समाज में डायन प्रथा, सामाजिक बहिष्कार व जुर्माना लगाना जैसी घटनाओं पर रोक लगेगी. उन्होने आदिवासी समुदाय से अपने अधिकार व हक को लेकर जागरुक होने की अपील की है. मौके पर सुमित्रा मुर्मू, खेलाराम मुर्मू, अम्पा हेम्ब्रम, विनोद बिहारी कुजूर, लखन बांदिया, झारखंड बोदरा, श्रीमति हेम्ब्रम, सुनीता टुडू, यदुनाथ मार्डी व सुगनाथ हेम्ब्रम समेत अन्य उपस्थित थे.

