जमशेदपुर सेवा का कोई मजहब नहीं होता. कोई रूप नहीं होता. ये भी सच है कि सेवा करने का जज्बा हर किसी मे नहीं होता.
जमशेदपुर रैप- 2 का जवान विशाल महतो इस वैश्विक महामारी के दौर में सेवा का अनोखा मिसाल पेश कर रहा है. विशाल महतो मूल रूप से जैप- 6 का जवान है. फिलहाल विशाल महतो की प्रतिनियुक्ति रैप- 2 में है जहां वह सोनारी कैम्प में चालक की ड्यूटी करते हुए हर दिन अपने सहकर्मियों एवं गरीबों के बीच मास्क और सेनेटाइजर मुफ्त में बांटता है.
वैसे विशाल इसे अपनी तनख्वाह से पूरा करने की बात कहता है. विशाल महतो ने बताया कि उसकी अंतरात्मा से आवाज आयी, कि वैश्विक महामारी से इंसानी जीवन को बचाने के लिए वह कोई नेक काम करे, इसलिए वह ऐसा कर पा रहा है. उसे ऐसा करने से आत्मिक शांति मिल रही है. विशाल महतो के इस काम की चर्चा, न केवल उनके कैम्प कर्मियों के बीच हो रही, बल्कि कैम्प के आसपास के इलाकों के स्लम बस्तियों में भी उनके कार्यों की खूब चर्चा हो रही है. विशाल हर दिन यह कार्य निरंतर कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि वह ऐसा तबतक करेगा जबतक महामारी पूरी तरह से समाप्त नहीं हो जाता. निश्चित तौर पर विशाल महतो जैसे साधारण जवान का वैश्विक महामारी के इस दौर में सेवा भाव देखकर सैल्यूट करने का दिल हर किसी का कर रहा होगा. लाखों तनख्वाह पानेवाले भी आज विशाल की दरियादिली देखकर सोचने को विवश हो रहे होंगे. हालांकि वैश्विक त्रासदी के इस दौर में कई ऐसे लोग हैं, जो सुर्खियों में न रहकर भी लगातार जरूरतमंदों की सेवा कर रहे हैं. सही मायने में कोरोना वॉरियर्स का खिताब उन्हें मिलना चाहिए.