Central Desk भारत सरकार के सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को नई दिल्ली के ऊर्जा भवन में सीआरसीएस- सहारा पोर्टल लांच कर दिया है. करीब 12 साल से गाढ़ी कमाई मिलने की आस में बैठे निवेशकों को इस पोर्टल के लांचिंग से राहत मिलने की उम्मीद जगी है. हालांकि अभी पांच हजार करोड़ का रिफंड पोर्टल के माध्यम से किया जाना है. बताया जा रहा है कि पहले चरण में वैसे निवेशकों का रिफंड किया जाएगा जिनका भुगतान 10 हजार रुपए तक होगा.
पोर्टल लांच करते हुए केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि देश में ऐसे कई मामले सामने आने के बाद प्रधानमंत्री के निर्देश पर निवेशकों की परेशानियों को देखते हुए यह कदम उठाया है. उन्होंने कहा कि संस्थाएं ऐसे कंपनियों पर दबाव बनाकर कंपनियों को कानूनी झंझावतों में उलझा देती है जिसका सीधा खामियाजा छोटे- छोटे निवेशकों को उठाना पड़ता है. उन्होंने सहारा के चार कंपनियों में फंसे तमाम निवेशकों को भरोसा दिलाया है कि चरणबद्ध तरीके से सभी निदेशकों का भुगतान सुनिश्चित कराया जाएगा. इसके लिए उन्होंने देश के सर्वोच्च न्यायालय के प्रति आभार जताया और कहा माननीय न्यायालय भी इस मुद्दे पर गंभीर है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड, हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड, सहारियन यूनिवर्सल मल्टी स्टेट कोऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड एवं सहारा स्टार मल्टी स्टेट कोऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड के निवेशकों का भुगतान पोर्टल के जरिये किया जाएगा. उन्होंने कहा कि देश की सहकारी समितियां बेहतर तरीके से काम कर रही है. सहकारी समितियों की वजह से देश का आर्थिक विकास हो रहा है. महिलाएं स्वावलंबी बन रही है. सहकारी समितियों में निवेश करने बालों को चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है. सरकार उन्हें पूरा संरक्षण देगी.
ऐसे करेगा पोर्टल काम
पोर्टल लॉन्चिंग के दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा सीआरसीएस- सहारा पोर्टल के ऑफिशियल वेबसाइट पर निवेशकों को 6 चरणों की प्रक्रिया पूरी करनी होगी. इसके तहत जो भी सूचनाएं मांगी जाएगी उसे पूरा करना होगा. 45 दिनों के भीतर सारी प्रक्रियाएं पूर्ण करने के बाद निवेशकों के खाते में उनके पैसे हस्तांतरित किए जाएंगे.
सबसे पहले पोर्टल पर निबंधित निवेशकों को ऑफिशियल वेबसाइट
https://coopeation.gov.in पर लॉगिंग करना होगा
अपना आधार और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा.
मूल निवेशकों को अपने दस्तावेज, फोटोग्राफ, हस्ताक्षर के साथ फॉर्मेट अपलोड करना होगा
ऑनलाइन जमा किए गए आवेदनों को सहारा समूह की समितियों द्वारा 30 दिनों के भीतर सत्यापित किया जाएगा
अगले 15 दिनों के अंदर अर्थात ऑनलाइन दवा भरने के 45 दिनों के अंदर आवेदक को एसएमएस या पोर्टल के माध्यम से सूचित किया जाएगा
सफल दावों के मामले में धन की उपलब्धता के अनुसार निवेशकों के बैंक खाते में धन हस्तांतरित किए जाएंगे.
केंद्रीय सहकारिता मंत्री ने कहा कि देश के करीब 70 करोड़ निवेशकों को पोर्टल के माध्यम से धनराशि वापस करने की योजना है उन्होंने बताया कि इसके लिए अधिकृत विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) नियुक्त किए गए हैं. उन्होंने बताया कि रिफंड की प्रक्रिया सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति आर सुभाष रेड्डी के पर्यवेक्षण एवं निगरानी में गौरव अग्रवाल, एमिकस क्यूरी की सहायता से की जाएगी. उन्होंने बताया कि रिफंड की प्रक्रिया पूरी पारदर्शी रहेगी, ताकि मूल निवेशकों को उनकी गाढ़ी कमाई का भुगतान किया जा सके.