आदित्यपुर: गरीबों के मसीहा डॉ. बी महंता नहीं रहे. गुरुवार को उनके निधन से सरायकेला जिले में शोक की लहर दौड़ पड़ी है. महतो डॉक्टर के नाम से विख्यात करीब 90 वर्षीय डॉ. बी महंता अपने पीछे दो पुत्र एवं दो पुत्रियों सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं.
महज पचास रुपए फीस में कर देते थे रोगियों का सफल ईलाज, बच्चों के मसीहा थे डॉ महतो
आज जहां महंगी फीस डॉक्टरों का स्टेटस सिंबल बन गया है वहीं डॉक्टर महंता उर्फ महतो डॉक्टर महज पचास रुपए फीस लेते थे. इसी में वे असाध्य रोगों का सफलतापूर्वक उपचार कर रोगियों के चेहरे पर मुस्कान ला देते हैं. आदित्यपुर दिन्दली बस्ती स्थित उनके क्लिनिक में सुबह से लेकर रात तक गरीब मरीजों का तांता लगा रहता था. आदित्यपुर, गम्हरिया, कांड्रा सहित दूर- दराज के ग्रामीण मरीज जिस उम्मीद से उनके पास आते थे कभी निराश नहीं लौटते थे. उन्होंने अंतिम समय तक गरीबों की सेवा की. उनके निधन से पूरा आदित्यपुर मर्माहत है. निधन की सूचना मिलते ही शोक जतानेवालों का तांता उनके आवास पर उमड़ पड़ा.