जमशेदपुर के बर्मामाइंस निवासी एसआईएस के सिक्यूरिटी गार्ड मंदीप कुमार की मौत को संदिग्ध मानते हुए बस्तीवासियों के साथ परिजनों ने मुआवजा और जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग को लेकर मृतक सिक्युरिटी गार्ड के शव के साथ बर्मामाइंस- साकची मुख्य मार्ग को जाम कर दिया. परिजनों के अनुसार जिस जगह से सिक्योरिटी गार्ड का शव बरामद किया गया. वहां के हालात कहीं से भी आत्महत्या जैसा प्रतीत नहीं होता. साथ ही पोस्टमार्टम के दौरान फॉरेंसिक जांच के लिए कुछ भी नहीं रखा गया, जिससे यह साबित हो सके कि गार्ड ने आत्महत्या की है या उसकी हत्या हुई है. वही एजेंसी वालों से संपर्क करने पर अब तक उनके द्वारा किसी तरह का कोई मुआवजा का ऐलान नहीं किया गया है, ना ही एजेंसी की ओर से कोई सांत्वना देने पहुंचा है. वहीं सड़क जाम की सूचना पर पहुंची बर्मामाइंस थाना पुलिस लोगों को समझाने में जुटी रही. हालांकि परिजनों ने साफ कर दिया है, कि जब तक जांच का आश्वासन और उचित मुआवजा का ऐलान नहीं किया जाता उनका प्रदर्शन जारी रहेगा. परिजनों ने सहकर्मियों पर हत्या का आरोप लगाया है.
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