गम्हरिया: झारखंड सरकार ने बुधवार को प्रदेश 20 सूत्री क्रियान्वयन समिति की घोषणा कर दी है. इसमें चतरा छोड़ दूसरे जिला कमेटी में राजद को जगह नहीं दिए जाने से राष्ट्रीय जनता दल के प्रांतीय महासचिव अर्जुन यादव नाराज चल रहे हैं. उन्होंने सरकार के फैसले पर कड़ी आपत्ति जताते हुए पार्टी आलाकमान से गठबंधन पर पुनर्विचार करने की नसीहत दे डाली है. अर्जुन प्रसाद यादव ने कहा सरकार में समर्थन पर पुनः विचार करने की जरूरत है. श्री यादव ने कहा कि 20 सूत्री क्रियान्वयन समिति में राजद कार्यकर्ताओं को जगह नहीं मिलने से कार्य कर्ता में मायूसी है. झारखंड प्रदेश में मात्र चतरा को छोड़कर किसी भी जिला में राजद के कार्यकर्ता को कार्यान्वयन समिति में शामिल नहीं किया गया है. यह बहुत ही गम्भीर मामला है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को समझना चाहिए, कि गठबंधन पूरे राज्य में थी, न कि सिर्फ चतरा में. इस पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और प्रधान महासचिव जनाब अब्दुल बारी सिद्दीकी साहेब से हस्तक्षेप करने की मांग की जाएगी. अर्जुन यादव ने कहा कि झारखंड प्रदेश में महागठबंधन में राजद की भी भागीदारी है, लेकिन राजद के कार्यकर्ता को वंचित किये जाने से कार्यकर्ता काफी मर्माहत है. आगामी विधानसभा चुनाव में इसका प्रतिकूल असर पड़ेगा. कारण झारखंड प्रदेश में राजद के समर्थक काफी तायदात में है. चतरा के तर्ज पर पूरे झारखंड में बनी कमेटी में राजद को जगह मिलनी चाहिए. 20 सूत्री का फार्मूला ही गलत है. कांग्रेस और जेएमएम मिल कर राजद को कमजोर करने की साजिश रची जा रही है.


