आदित्यपुर: आगामी रामनवमी पर्व को देखते हुए इस साल सरकार की ओर से जुलूस पर लगी पाबंदी हटा ली गई है वैसे सरकार की ओर से कुछ गाइडलाइन जारी किए गए हैं उसी के निमित्त थाना स्तर पर गठित शांति समिति के सदस्यों के साथ पुलिस- प्रशासन बैठक कर सरकार के गाइडलाइन के तहत विसर्जन जुलूस निकालने की बात कर रही है.
मंगलवार को सरायकेला- खरसावां जिला के आरआईटी थाना परिसर में आयोजित शांति समिति की बैठक में सरकार की गाइडलाइन के तहत अखाड़ा जुलूस निकालने के फरमान को मानने से अखाड़ा समितियों ने सीधे तौर पर इंकार कर दिया. बता दें कि इस साल सरकार की ओर से शाम 6:00 बजे तक अखाड़ा जुलूस को विसर्जन करने का आदेश दिया गया है. अखाड़ा समितियों ने इसे सिरे से खारिज करते हुए कहा प्रचंड गर्मी में 6:00 बजे विसर्जन करना संभव नहीं है. जुलूस में जो झांकियां निकाली जाती है उसकी रौनक प्रकाश में देखी जाती है. मगर शाम 6:00 बजे विसर्जन के आदेश को यदि माना जाता है, तो चिलचिलाती धूप में झांकियों की तैयारी करना संभव नहीं है. ऐसे में अगर सरकार अपने गाइडलाइंस में परिवर्तन नहीं करती है, तो हमें जुलूस निकालने पर पुनर्विचार करना होगा. सरकार के इस फैसले पर शांति समिति के सदस्यों ने भी आपत्ति जताई. शांति समिति की बैठक में उपस्थित एसडीपीओ हरविंदर सिंह ने हर हाल में सरकार के गाइडलाइन को मांनते हुए अखाड़ा समितियों से जुलूस निकालने की अपील की. वही पारंपरिक ढोल नगाड़ों को छोड़ डीजे बजाने पर पूरी तरह से रोक होने की बात उन्होंने कही. जिसे अखाड़ा समितियों ने मान लिया. वैसे पानी- बिजली साफ- सफाई के मुद्दे पर औपचारिकता पूरी की गई. जिस पर शांति समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे मेयर विनोद कुमार श्रीवास्तव ने समय रहते विसर्जन घाट एवं चैती छठ व्रतियों के लिए घाट पर साफ सफाई की व्यवस्था कराने का भरोसा दिलाया.
डिप्टी मेयर ने सरकार तक मांग पहुंचाने का दिलाया भरोसा
अखाड़ा समितियों के विरोध को देखते हुए शांति समिति की बैठक में मौजूद आदित्यपुर नगर निगम के डिप्टी मेयर अमित सिंह उर्फ बॉबी सिंह ने कहा जिले के उपायुक्त और सरकार तक अखाड़ा समितियों की मांग को पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा. जरूरत पड़ी तो एक प्रतिनिधिमंडल जिले के उपायुक्त से मुलाकात कर समय में परिवर्तन की मांग करेगा.
9 में से तीन अखाड़ा समितियों ने जुलूस निकालने पर जताई सहमति, मगर सरकार के गाइडलाइंस को मनने से किया इनकार जिच जारी
मंगलवार को आरआईटी थाना परिसर में रामनवमी को देखते हुए आयोजित अखाड़ा समितियों की बैठक में लाइसेंसी अखाड़ा समितियों ने जुलूस निकालने की इच्छा जताई मगर सरकार के गाइडलाइंस को देखते हुए अखाड़ा समितियों ने पुनर्विचार करने की बात कही. अखाड़ा समिति के लाइसेंसी धारियों ने समय में परिवर्तन नहीं होने की सूरत में जुलूस नहीं निकालने की बात कही. बता दें कि आरआईटी थाना क्षेत्र में कुल 9 लाइसेंसी अखाड़ा समितियां हैं, इनमें से 2 लाइसेंसी समितियों ने जुलूस ना निकालने की बात कही, जबकि एक अखाड़ा समिति के सदस्य की मृत्यु होने पर समिति ने इस साल जुलूस नहीं निकालने की घोषणा की. हालांकि 3 लाइसेंसी अखाड़ा समिति पूर्व से ही जुलूस नहीं निकाल रही है.
ये रहे मौजूद
शांति समिति की बैठक में मुख्य रूप से अधिवक्ता ओम प्रकाश, नमो फैंस क्लब के संरक्षक सतीश शर्मा, भाजपा नेता अजय सिंह, कांग्रेसी नेता सुरेशधारी, समरेंद्र नाथ तिवारी, मनमोहन सिंह, उषा पांडेय, बृजमोहन सिंह, मुकेश कुमार, रामानंद प्रसाद, राकेश कुमार, एनके तनेजा, प्रमोद सिंह, भोला अखाड़ा के लाइसेंसी भोला मिश्रा, पार्षद पांडी मुखी, पूर्व पार्षद संदीप कुमार साहू, डॉ कुणाल वर्मा, लाइसेंसी अखाड़ा समितियों के लाइसेंस धारी एवं उनके प्रतिनिधि मौजूद रहे.