रांची/ K. D. Rao भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा दिल्ली में झारखंड भवन के उद्घाटन किए जाने पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भाजपा की सरकार की शुरू की गई योजनाओं के फीता काटने वाले मुख्यमंत्री के रूप में याद किए जाएंगे. प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने मुख्यमंत्री से जानना चाहा कि वो कबतक भारतीय जनता पार्टी की पूर्ववर्ती सरकार द्वारा शिलान्यास और फंड की गई योजनाओं का उद्घाटन करेंगे ? प्रतुल ने चुनौती देते हुए कहा कि वह सिर्फ एक योजना का नाम बता दें जिसका शिलान्यास और उद्घाटन दोनों उन्होंने ही किया हो.
प्रतुल ने कहा कि इतिहास में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भाजपा सरकार की योजनाओं का फीता काटने वाले मुख्यमंत्री के रूप में याद किए जाएंगे. प्रतुल ने कहा कि झारखंड भवन का भी शिलान्यास तत्कालीन राज्यपाल और वर्तमान में देश के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने 18 जनवरी, 2016 को किया था. इसके पूरे फंड की भी व्यवस्था उसी समय कर ली गई थी. मुख्यमंत्री जी सिर्फ फीता काटकर वाहवाही लूट रहे हैं.
प्रतुल ने कहा यह कोई पहली घटना नहीं जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं का फीता काटकर मुख्यमंत्री अपनी पीठ खुद थप थपा रहे हैं. प्रतुल ने कहा इससे पहले दुमका जिले में मयूराक्षी नदी पर बने राज्य के सबसे लंबे पुल का शिलान्यास भाजपा की सरकार के समय हुआ था. फंडिंग भी हो गई थी, लेकिन उद्घाटन के समय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसे अपनी उपलब्धि में जोड़ लिया. प्रतुल ने कहा इसके अतिरिक्त पलामू में कोयल सोन नदी पर बने पुल की भी यही कहानी है. फंडिंग और शिलान्यास भाजपा सरकार की और उद्घाटन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया. इसके अतिरिक्त रांची नगर निगम के नए भवन और वेजिटेबल मार्केट की भी योजना और योजना की फंडिंग भाजपा सरकार के समय तैयार हुई थी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सिर्फ फीता काटा था. यही स्थिति पलामू और गढ़वा के अनेक पावर सब स्टेशन की रही है. प्रतुल ने कहा कि सबसे शर्मनाक पहलू है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इन सारी योजनाओं का पूरा क्रेडिट भी खुद ले रहे है. प्रतुल ने कहा कि मुख्यमंत्री जी को अब इस चैलेंज को स्वीकार करके कम से कम एक योजना का नाम बताना चाहिए जिसका शिलान्यास और उद्घाटन दोनों उन्होंने ही किया हो.