रांची: धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती और राज्य स्थापना के 21 वीं जयंती समारोह रांची में आयोजित कार्यक्रम में इस साल पद्मश्री सम्मान से नवाजी गयी छुटनी महतो को राज्यपाल रमेश बेस और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सम्मानित किया.
छुटनी महतो के सम्मान में पूरा समारोह स्थल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा.
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विदित रहे कि बीते 9 नवंबर को छुटनी महतो को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया. छुटनी महतो ने डायन प्रताड़ना के खिलाफ अभियान चलाकर 200 से भी अधिक डायन प्रताड़ना की शिकार महिलाओं को इंसाफ दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. हालांकि 1995 में खुद छुटनी भी इस कुप्रथा के शिकार हुई थी. उसके बाद से ही उसने इस कुप्रथा को समाज से उखाड़ फेंकने का प्रण लिया था. चुटनी ने बताया उसके जीवन का एक ही मकसद है कि समाज में फैली इस कुरीति को समूल नष्ट करना और डायन प्रताड़ना जैसी कुप्रथा के खिलाफ अंतिम सांस तक जंग जारी रखना है. उन्होंने बताया, कि उनका सपना तभी साकार होगा, जब हर पंचायत में एक छुटनी महतो जन्म ले, ताकि डायन प्रताड़ना जैसी कुप्रथा समाज से नष्ट हो सके.
उन्होंने तत्कालीन सरायकेला उपायुक्त छवि रंजन और एसपी चन्दन कुमार सिन्हा, एसडीपीओ अविनाश कुमार द्वारा ऐतिहासिक “डायनो का पिकनिक” कार्यक्रम में शामिल होने को अपने जीवन का टर्निंग प्वाइंट बताया.
समाज में फैली इस कुरीति के खिलाफ जारी अभियान के खिलाफ एक निजी वेबसाइट द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पहली बार किसी उपायुक्त और एसपी ने शिरकत की थी और इसकी धमक सरायकेला से निकलकर दिल्ली तक पहुंची थी, कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे तत्कालीन डीसी छवि रंजन ने डायन पीड़ित महिलाओं को देवी की संज्ञा दी थी, और उन्हें “देवी” कहकर संबोधित करने की अपील की थी. उक्त कार्यक्रम में आदित्यपुर नगर निगम के पूर्व उपाध्यक्ष पुरेन्द्र नारायण सिंह, लघु उद्योग भारती के पूर्व जिलाध्यक्ष रूपेश कतरियार, फ्लैक के संरक्षक प्रेमचंद, झामुमो नेता मनोज यादव आदि ने शिरकत की थी.
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