चांडिल/ Manoj Swarnkar चांडिल- मुरी रेलवे स्टेशन का नाम अमर स्वतंत्रता सेनानी वीर शहीद रघुनाथ महतो के नाम पर करने को लेकर रांची के सांसद संजय सेठ ने सोमवार को नई दिल्ली में केंद्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव से मुलाकात की.
इस दौरान सांसद श्री सेठ ने केंद्रीय रेल मंत्री को एक आग्रह पत्र भी सौंपा. सांसद ने रेल मंत्री को बताया कि रघुनाथ महतो का जन्म सरायकेला- खरसावां जिले के नीमडीह प्रखंड में हुआ था. “अपना गांव अपना राज, दूर भगाओ विदेशी राज” के नारे के साथ रघुनाथ महतो ने स्वतंत्रता आंदोलन को नई धार दी थी. उनके इस नारे के साथ ही आसपास के सैकड़ों गांव के लोग ब्रिटिश सरकार के खिलाफ उठ खड़े हुए थे.
इस आंदोलन के कारण ब्रिटिश सरकार और उसके अधिकारियों को अपने सत्ता संचालन में कई बार परेशानियों का सामना करना पड़ा था. रघुनाथ महतो क्षेत्र के महापुरुष के रूप में सभी समाज के लोगों के बीच आदरणीय है. 1769 से 1778 तक रघुनाथ महतो के नेतृत्व में लोगों ने स्वतंत्रता के लिए खूब संग्राम किया था. यह अट्ठारह सौ सत्तावन की क्रांति से लगभग एक 100 साल पहले की बात है. रघुनाथ महतो सिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान अंग्रेजी सरकार के सिपाहियों की गोली से बलिदान हो गए.
सांसद श्री सेठ ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि यह पूरा क्षेत्र सहित पूरा राज्य रघुनाथ महतो जी को आदर्श पुरुष मानता है. उन्होंने 1857 की क्रांति से पहले ही झारखंड के बड़े जनमानस को अंग्रेजो के खिलाफ खड़ा करने और संघर्ष करने के लिए प्रेरित किया. इसलिए ऐसे प्रेरक पुरुष के नाम पर आजादी के अमृत काल में मुरी रेलवे स्टेशन का नाम करण करें, यह आजादी के महानायक रघुनाथ महतो के प्रति देश की सच्ची श्रद्धांजलि होगी.
केंद्रीय मंत्री से मुलाकात के बाद सांसद ने बताया कि केंद्रीय मंत्री ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और सकारात्मक पहल करने की बात कही है. सांसद ने यह भी बताया इस मामले में राज्य सरकार की भूमिका महत्वपूर्ण होती है, इसलिए राज्य सरकार से आग्रह है कि इस मुद्दे पर गंभीरता के साथ भारत सरकार को अविलंब प्रस्ताव भेजें.