चांडिल (Manoj Swarnkar) ग्रामीण क्षेत्रों में सांप काटने के बढ़ते मामले और अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में बचाव के लिए दवा और सुई का उपलब्ध नहीं होना, ना सिर्फ दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि यह संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है. उक्त बातें सांसद श्री संजय सेठ ने कही.
सांसद ने कहा कि यह सबको मालूम है कि बरसात के समय में झारखंड में सर्पदंश के मामले लगातार बढ़ते हैं. बावजूद इसके सरकार द्वारा पर्याप्त मात्रा में अस्पताल में सुई व दवा उपलब्ध नहीं करा पाना प्रशासन और सरकार दोनों ही की संवेदनहीनता है. चांडिल में एक बच्ची को सांप ने डसा परंतु अस्पताल में सुई उपलब्ध नहीं होने के कारण उन्हें जमशेदपुर ले जाना पड़ा, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बात है.
सांसद श्री सेठ ने कहा कि सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि राज्य के हर अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में सर्पदंश से बचाव की सुई और दवा उपलब्ध हो ताकि मरीजों नागरिकों और ग्रामीणों को सर्पदंश की स्थिति में किसी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़े. बरसात के मौसम और कृषि कार्य को लेकर लोग अक्सर बाहर निकलते हैं और सर्पदंश के शिकार होते हैं. ऐसी स्थिति में यदि सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई तो किसी अनहोनी की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता. उन्होंने मुख्यमंत्री से इस मामले में संज्ञान लेने और अविलंब अस्पताल को पर्याप्त मात्रा में दवाएं उपलब्ध कराने हेतु निर्देश देने का आग्रह किया.