रांचीः झारखंड मुक्ति मोर्चा के रांची में चल रहे 13 वें राष्ट्रीय महाधिवेशन के दूसरे दिन सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया. जबकि गुरुजी यानी शिबू सोरेन को पार्टी का संस्थापक संरक्षक चुना गया है. इधर हेमंत सोरेन ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कई मुद्दों को उठाया. पार्टी की नीति से लेकर आगे के भविष्य के साथ- साथ उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर किस तरह पार्टी काम करेगी इसका खुलासा किया. हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड के आंदोलनकारियों को एक- एक लाख रुपए मिलेंगे. कार्यकर्ताओं से उन्होंने अपील की ऐसे लोगों के नाम पार्टी कार्यालय में भेजें. हेमंत सोरेन ने आने वाले दिनों में महिलाओ को भी पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी देने की बात कही.


झारखंड की अमीर और झारखंडी गरीब
हेमंत ने कहा कि झारखंड पूरे विश्व में सोने की चिड़ियां के नाम से जाना जाता है. आए दिन कोई ना कोई आता रहा और छलता रहा. सरकार बना करके या पदाधिकारी, बिचौलियों और व्यापारी बन कर इस राज्य का दोहन करने का काम किया. और ये बहुत विचित्र स्थिति इस राज्य की है, जो राज्य पूरे देश को पालता हो वो राज्य भूख से मरे. हमने वो दिन देखे जब लोग भूख से मरे. आप अंदाजा लगा सकते हैं कि मानव जीवन चले कैसे. किसान के बगैैर इस देश की परिकल्पना नहीं की जा सकती है. आज किसान और मजबूर स्थिति में हैं. पूरे देश के किसान आज हतोत्साहित हैं. किसान आंदोलन को आपने देखा. एक हजार से अधिक किसान शहीद हुए लेकिन संघर्ष से पीछे नहीं हटे. और केंद्र सरकार को झुकना पड़ा.
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए हेमंत सोरेन ने कहा कि हक अधिकार की लड़ाई पूंजीपति नहीं लड़ते. कमजोर लोग हक की लड़ाई लड़ते हैं. दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत हैं लेकिन आज भी जात- पात, ऊंच- नीच का भेदभाव खत्म नहीं हो रहा. आज के दिन भी गरीब- पिछड़ा, आदिवासी और दलितों- पिछड़ों पर अत्याचार हो रहे हैं. हमारे बीच ही कुछ लोग घुसे हुए हैं जो सामंती विचार को फैला रहे हैं. जब तक राज्य के अंदर सौहार्द का वातावरण नहीं होगा कोई विकास नहीं होगा. इसीलिए सबसे पहले सदियों से चले आ रहे ताना- बाना को बचाए रखना होगा.
कार्यकर्ताओं से हेमंत सोरेन ने कहा कि जो भी सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करेगा उसे सबक सिखाया जाएगा. इस राज्य की सवा तीन करोड़ की जनता को देख कार्ययोजना बनाते हैं. हेमंत सोरेन ने पूछा कि क्या मंईंया सम्मान योजना क्या सिर्फ हिन्दुओं को मिल रहा है. जब कार्यकारी अध्यक्ष था तब गलती करने करने का मौका था लेकिन अब गलती करने की भी गुंजाइश नहीं है. पार्टी के अंदर अनुशासन सबसे मुख्य बिंदू है. संगठन को पूरे देश के अंदर बढ़ाने की तैयारी है. पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को समर्पित होना होगा तभी सफर को मंजिल तक पहुंचाएगा जा सकेगा.
हेमंत ने बताया कि 2019 में महागठबंधन को बहुमत मिला और विपक्ष सरकार गिराने की कोशिश की. 2024 में हमने जुमलों नहीं काम के आधार पर फिर सरकार बनाई. इतनी बड़ी बहुमत के साथ सरकार की जिम्मेदारी मिली है तो आशाएं और उम्मीद भी हैं. उन्होंने कहा कि अब पार्टियां इतनी हो गई है कि गली- गली मुहल्ला पार्टी बन रही है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के विचार को लोगों ने गले से लगाया इसलिए हमें आनेवाले दिनों में घरों का विचार बनाना है. नई ऊर्जा के साथ पार्टी चलेगी और राज्य का सर्वांगीण विकास किया जाएगा. पार्टी में ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को जोड़ा जाए इस पर भी काम किया जा रहा है. महिलाओं को जिला अध्यक्ष के साथ तमाम पदों पर बैठाया जाएगा. हेमंत सोरेन ने कार्यकर्ताओं का जोश बढ़ाते हुए कहा कि 2029 के चुनाव से पहले ऐसा माहौल बनाए कि विरोधियों को नतीजे पता चल जाए.
कार्यकर्ताओं को संदेश देते हुए कहा कि हम सरकार में है तो कहीं गलत हो रहा है तो हमें वहां भी खड़ा होना होगा. हेमंत सोरेेन ने पार्टी छोड़ने वालों पर कहा कि जेेएमएम की राह पथरीली है. कई लोग बीच में छोड़ कर चल जाते हैं. झारखंड मुक्ति मोर्चा के जितने भी आंदोलनकारी है उनका वीडियो संदेश भेजें उन्हें एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी.
