अपने कुशल नेतृत्व प्रबंधन के बूते दलितों और महादलितों को ताउम्र एकसूत्र में पिरोकर राजनीति के शिखर पर रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय रामविलास पासवान की जयंती पर सरायकेला- खरसावां जिला लोजपा द्वारा आदित्यपुर स्थित पीएचइडी कैम्पस स्थित मैदान में एल श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. जिसकी अध्यक्षता जिलाध्यक्ष मनोज पासवान ने की. जहां सभी ने दिवंगत केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के चित्र पर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. इस मौके पर जिला अध्यक्ष मनोज पासवान ने बताया, कि रामविलास बाबू ताउम्र दलितों महा दलितो, शोषितों, वंचितो और पिछड़ों की आवाज उठाते रहे. उनके असामाजिक निधन से राजनीतिक जगत में जो शून्यता आई है, उसे निकट भविष्य में भरपाई करना असंभव है. रामविलास बाबू ने छः- छः प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया, कभी विवादों में नहीं रहे. चाहे अनुसूचित जाति आयोग के गठन की बात हो, महिला आयोग की बात हो या सवर्ण को 10 फ़ीसदी आरक्षण की बात हो. सभी में रामविलास बाबू ने अहम भूमिका निभाई. जिस मंत्रालय का प्रभार उनके जिम्मे रहा उस विभाग के कर्मचारियों से लेकर विभाग के माध्यम से जरूरतमंदों तक योजनाओं का सीधा लाभ पहुंचाने का काम किया. भारतीय राजनीति में उन्हें उनकी स्वच्छ राजनीति के लिए जाना जाएगा. श्री पासवान ने स्वर्गीय रामविलास पासवान को आजाद देश का दूसरा भीमराव अंबेडकर बताते हुए उन्हें भी भारत रत्न दिए जाने की मांग की. इस दौरान लोक जनशक्ति पार्टी सरायकेला- खरसावां महिला मोर्चा की अध्यक्ष रीता देवी, दलित सेना के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष विकास तिवारी, जिला महासचिव लवकुश सिंह, सचिव रविंद्र राय सहित पार्टी एवं स्वर्गीय राम विलास पासवान के विचार धाराओं पर आस्था रखने वाले दर्जनों लोगों ने शिरकत किया.
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