रामगढ़/ Anuj Kumar जिले में संगठित अपराध के खिलाफ पुलिस की स्ट्रैटेजी काफी सफल रही है. यहां जितने भी अपराधियों ने कदम रखा, पुलिस ने उन्हें सलाखों के पीछे भेज दिया है. अपराधी रामगढ़ जिले में मिले हों, झारखंड के किसी कोने में हों या दूसरे प्रदेशों में ही क्यों न छापेमारी करनी पड़ी हो हर जगह से अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. यह बातें शुक्रवार को रामगढ़ एसडीपीओ परमेश्वर प्रसाद के कार्यालय की समीक्षा के दौरान हजारीबाग डीआईजी सुनील भास्कर ने कही.
उन्होंने कहा कि वार्षिक समीक्षा के दौरान एसडीपीओ कार्यालय में किए जा रहे कार्य और क्षेत्र में हुए कार्यों का अवलोकन किया जाता रहा है. इस बार की रिपोर्ट बेहद सकारात्मक है.
*चुनावी वर्ष के बावजूद अपराधियों पर पुलिस ने गिराई गाज*
डीआईजी सुनील भास्कर ने कहा कि चुनावी वर्ष होने के बावजूद रामगढ़ जिले की पुलिस काफी सक्रिय रही है. लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव को सफल पूर्वक सम्पन्न करने के बावजूद अपराधियों के खिलाफ पुलिस ने सख्त कार्रवाई कर बता दिया है कि झारखंड पुलिस 24X 7 कम कर रही है. रामगढ़ जिले की पुलिस को मिली सफलता की सराहना मुख्यालय के अधिकारी भी कर रहे हैं.
एटीएम लूट कांड में डीआईजी ने की अवार्ड की अनुशंसा
डीआईजी सुनील भास्कर ने कहा कि रामगढ़ जिले में एटीएम लूट कांड की घटना हुई थी. वह घटना सिर्फ रामगढ़ जिले में ही नहीं, झारखंड के दूसरे जिलों और बिहार के अन्य जिलों में भी हुई थी. उस वारदात को अंजाम देने वाले अपराधी यहां से भाग कर हरियाणा राज्य में जाकर छुप गए थे. उस गिरोह में बिहार राज्य के भी अपराधी शामिल थे. लेकिन रामगढ़ एसपी अजय कुमार के नेतृत्व में उन सभी अपराधियों को पुलिस ने ना सिर्फ गिरफ्तार किया, बल्कि लूट की रकम से खरीदी गई गाड़ी और कैश भी बरामद किया. यह झारखंड पुलिस के लिए गर्व की बात है. डीआईजी सुनील भास्कर ने इस उपलब्धि के लिए उस टीम में शामिल पदाधिकारियों को अवार्ड देने की अनुशंसा की है.
समीक्षा के दौरान डीआईजी ने दिए निर्देश
एसडीपीओ कार्यालय के समीक्षा के दौरान डीआईजी सुनील भास्कर ने दस्तावेजों की भी छानबीन की. उन्होंने बेहतर तरीके से संचिका बनाने और निर्देशों का पालन करने का आदेश दिया. साथ ही कांड अनुसंधान करने को लेकर भी कई निर्देश दिए. इस दौरान रामगढ़, यातायात, रजरप्पा, महिला थाना, मांडू, गोला, बरलांगा थाना, वेस्ट बोकारो और कुजू ओपी में दर्द हुई प्राथमिकी तथा उन पर हुई कार्रवाई की भी समीक्षा की गई.
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सुनील भास्कर (डीआईजी)