राजनगरः सरायकेला- खरसावां जिले के राजनगर थाना क्षेत्र में गुरुवार सुबह एक मार्मिक घटना घटी. जिसमें तीन साल की बेटी के साथ मां ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. यह दृश्य हर किसी को झकझोर रही है. घटना राजनगर थाना क्षेत्र के घुटुसाई की है. जहां हाता चाईबासा मुख्य मार्ग के किनारे एक नीम के पेड़ पर मां बेटी ने फंदे से झूल कर फांसी लगा ली. मृतक की पहचान सलगे टुडू (22) तथा 3 वर्षीय बेटी फूलो टुडू के रूप में हुई है. मृतक के पति का नाम वासुदेव टूडू है.
मृतक के पति बासुदेव टुडू ने कहा कि मैं बुधवार को रात में नशे था और खाना भी रात को नहीं खाया. रात को पत्नी के साथ कोई झगड़ा भी नहीं हुआ था. पत्नी रात में खाने के लिए बोल रही थी, लेकिन ज्यादा नशे में रहने के कारण बिना खाए ही सो गया. सुबह जब जागा तो पत्नी सालगे पानी लेने गई थी. पानी लेकर भी आई. इसके बाद मैं उठ कर गांव के लड़को के साथ बैठा था. गांव में ट्रांसफार्मर खराब है, उसे बनाने के लिए चंदा की बात कर रहे थे. इतने में ग्रामीणों से सूचना मिली कि पत्नी और बेटी ने फांसी लगाई है. इधर सूचना मिलने पर पुलिस शव को उतारने के बाद थाना लेकर आई. पोस्टमार्टम के लिए सरायकेला भेज दिया है.
बाईट
बासुदेव टुडू (महिला का पति)
हत्या के एंगल से जांच कर रही पुलिस: थाना प्रभारी
थाना प्रभारी चंदन कुमार यादव ने घटना के बाद स्थल का मुआयना किया. मामले को लेकर आस पड़ोस के लोगों से पूछताछ की. पति से पूछताछ की गई. पति ने बुधवार रात को अधिक शराब पी लेने के कारण सो जाने की बात बताई है. उसके मुताबिक सुबह उठकर पत्नी पानी वगैरह लाने भी गई थी. थाना प्रभारी ने कहा कि पुलिस इसे हत्या के एंगल से जांच कर रही है. पुलिस को यह बात खटक रही है कि 3 साल की बच्ची के साथ पेड़ पर चढ़कर कैसे कोई आत्महत्या की घटना को अंजाम दे सकता है. अभी लड़की के मायके वालों के बयान पर निर्भर है, कि वे इसे हत्या या आत्महत्या मानकर बयान देते हैं. लड़की पक्ष वाले जो भी लिखकर देंगे. पुलिस इसे प्रथम दृष्टया हत्या के एंगल से अनुसंधान कर रही है. अगर हत्या नहीं है तो आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं पर पति के खिलाफ केस दर्ज होगी. आगे पोस्टमार्टम रिपार्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
मां बेटी ने आत्महत्या की है या हत्या की गई है
जिस स्थिति में मां बेटी का शव पेड़ पर झूलता पाया गया. इससे हर किसी को आत्महत्या की थ्योरी हजम नहीं हो रही है. एक लम्बे दुपट्टे को बीच से नीम पेड़ की एक डाली पर बांधा गया है, जो जमीन से करीब दस फीट की ऊंचाई पर है. दुपट्टे के दोनों छोर में फांसी का फंदा बना है, एक फंदे पर बेटी लटकी थी, जबकि उसी दुपट्टे के दूसरे छोर के फंदे पर मां लटकी हुई थी. दोनों शव एक दूसरे से सटे हुए हैं. मां का शव जमीन से करीब एक या आधा फीट की ऊंचाई पर था. गौर करने वाली बात यह थी कि जमीन में नमी थी, लेकिन कहीं पर नीचे पैर के निशान नहीं है. न जमीन पर पैर से कुरेदा हुआ मिट्टी में कोई निशान था. इससे लोगों के मन में मां- बेटी की हत्या कर शव पेड़ पर लटकाने जैसे सवाल कौंध रहे हैं. एक सवाल यह भी उठता है कि घर की बाड़ी में और मुख्य सड़क के किनारे सुबह पांच बजे के उजाले में कैसे कोई एक तीन साल की बच्ची के साथ खुद फांसी पर लटक सकती है ? जबकि उस वक्त लोगों का आना- जाना बाहर निकलना लगा रहता है. पुलिस लिए यह गुत्थी सुलझाने में जुटी है. पुलिस इसे गहराई से जांच पड़ताल करे.
बाईट
धर्मा मुर्मू (प्रखंड बीस सूत्री सदस्य)