राजनगर: दीपावली के दूसरे ग्रामीण क्षेत्र में आदिवासी- मूलवासियों ने सोहराय व वंदना पर्व मनाया. पशुधन का त्योहार सोहराय व बंदना पर्व पर बैलों को नचा कर खुशी मनाया गया. शनिवार को राजनगर में पुराने प्रखंड कार्यालय के पीछे स्थित मैदान में बैल खूंटाव का आयोजन किया गया. जिसमें राजनगर उदयडीह एवं चांगुवा गांव के किसानों ने प्रतियोगिता भाग लिया. बैलों को खूंटे में बांध कर मंदार की थाप पर खूब नचाया गया. प्रखंड कुंमडीह सहित विभिन्न गांवों में गोरु खूंटाव का आयोजन किया गया. गौरतलब है कि दीपावली के दूसरे दिन संथाल बहुल गांवों में सोहराय तथा कुड़मी गांवों में बन्दन पर्व मनाया जाता है. गुहाल पूजा के दूसरे दिन बैलों को खूंटा में बांध कर खूब नचाया जाता है. यह त्योहार मुख्य रूप से पशुधन के लिए है. जिसमें पशुधन की सुख शांति के लिए पूजा की जाती है. कार्यक्रम को सफल बनाने में राजनगर के ग्राम प्रधान रवि महतो, रंजीत महतो सहित अन्य लोगों की अहम भूमिका रही.
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