राजनगर Report By Rasbihari Mandal प्रखंड के चिड़िया पहाड़ी गांव में शहीद दुखिया मुर्मू का 10वां शहादत दिवस मनाया गया. जहां पुलिस विभाग के वरीय पदाधिकारियों के साथ- साथ जमशेदपुर के मेजर, शहीद के परिजन एवं आस- पास के सैकड़ों ग्रामीणों ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नम आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित की.

बता दें कि प्रत्येक वर्ष की भांति 21 जनवरी को स्व. दुखिया मुर्मू का शहादत दिवस मनाया जाता है. 19 जनवरी 2015 को मुसाबनी प्रखंड के विक्रमपुर टुसु मेला में उस वक्त के नक्सली एरिया कमांडर सुपाई टुडू दस्ता के साथ मुठभेड़ में दुखिया मुर्मू घायल हुए थे. उस समय दुखिया मुर्मू नक्सल अभियान के तत्कालीन एएसपी शैलेंद्र कुमार वर्णवाल के अंगरक्षक हुआ करते थे. 19 जनवरी 2015 को तत्कालीन अभियान एएसपी शैलेन्द्र कुमार बर्णवाल को गुप्त सूचना मिली थी कि मुसाबनी प्रखंड के विक्रमपुर गांव के समीप जंगल में नक्सलियो का दस्ता संक्रिय है. इस सूचना के आधार पर अभियान एएसपी जंगल में अभियान चला रहे थे. तभी अचानक नक्सलियों और पुलिस की तरफ से मुठभेड़ हुआ जिसमें दुखिया मुर्मू को गोली लगी थी. आनन- फानन में दुखिया मुर्मू को टीएमएच अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे दुखिया मुर्मू ने 21 जनवरी 2015 को दम तोड़ दिया और वे शहीद हो गए. तभी से उनके पैतृक आवास चिड़िया पहाड़ी में प्रत्येक वर्ष उनका शहादत दिवस मनाया जाता है. जिसमें जमशेदपुर के मेजर, जिले के वरीय पुलिस पदाधिकारी व राजनगर थाना प्रभारी उपस्थित रहते हैं.
शहीद दुखिया मुर्मू के शहादत दिवस के मौके पर मुख्य रूप से जमशेदपुर के मेजर रामदु देवगम, राजनगर थाना प्रभारी आमिश कुमार, पुलिस एसोसिएशन के पदाधिकारी, उनके बैचमेंट, माझी बाबा शिमल माझी, नाएके बाबा मोहन मुर्मू एंव काफी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे.
