राजनगर: बीते सोमवार को सड़क दुर्घटना में मारे गए राजनगर के सोसोमोली गांव निवासी यादव महतो के शव का मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री और स्थानीय विधायक चंपई सोरेन की पहल पर पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया. मगर परिजनों ने शव लेने से इंकार कर दिया. उचित मुआवजा और आश्रित को नौकरी देने की मांग पूरी नहीं होने तक परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया. परिजनों को जिला परिषद सदस्य अमोदिनी महतो एवं जेएलकेएम का भी समर्थन मिला है.
मालूम हो कि गंजिया बराज के संवेदक एजेंसी साउथ ईस्ट कंस्ट्रक्शन के टैंकर संख्या JH05AN- 3763 की चपेट में आने से सोमवार को यादव महतो (35) की दर्दनाक मौत हो गई थी. पुलिस और स्थानीय ग्रामीणों की पहल पर एजेंसी की ओर से तत्काल मुआवजा के रूप में 50 हजार रुपए का सहयोग किया गया था. साथ ही वार्ता के बाद आगे की कार्रवाई की बात कही गई मगर घटना के 24 घंटे बाद भी न तो कंपनी का कोई अधिकारी वार्ता के लिए आगे आया न कोई सार्थक पहल किया गया. इधर मंगलवार को घटना की सूचना पर सोसोमोली पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने परिजनों के प्रति अपनी सहानुभूति जताई और निजी स्तर पर हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया. साथ ही मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराने में सहयोग किया.
इधर पोस्टमार्टम के बाद शव के गांव पहुंचने पर परिजनों ने बगैर वार्ता के शव का दाह संस्कार करने से मना कर दिया. परिजनों ने बताया कि मृतक घर का इकलौता कमाऊ सदस्य था. उसके बाद परिवार का भरण- पोषण कैसे होगा जब तक इस पर सहमति नहीं बनती है तब तक आगे की प्रक्रिया नहीं की जाएगी. परिजनों ने बताया कि मृतक अपने पीछे पत्नी के अलावा तीन छोटे-छोटे बच्चों को छोड़ गया है. जिसमें एक बेटी दिव्यांग है. परिजन कंपनी में मृतक की पत्नी को नौकरी और बच्चों के शिक्षा- दीक्षा का खर्च उठाने की मांग कर रहे हैं.
संवेदना प्रकट करते पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन